- सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूल वालों ने जिला शुल्क नियामक अनुसार बनाया नियम

- एडमिशन फीस, स्मार्ट क्लास फीस समेत इंफ्रास्ट्रक्चर फीस को किया कट, केवल एनुअली और एग्जामिनेशन फीस को किया शामिल

GORAKHPUR: अगर आपका बच्चा सीबीएसई या आईसीएसई बोर्ड के स्कूल में पढ़ता है और आप फीस कम की लिस्ट देखकर खुश हो रहे हैं तो ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि आपको मार्च महीने की फीस में भले ही एडमिशन फीस से रिलैक्सेसन देकर राहत पहुंचाई गई है. लेकिन आगामी जुलाई, अक्टूबर और जनवरी के फीस में जेब ढीली करने के लिए तैयार रहिए. क्योंकि शासन द्वारा बनाए गए जिला शुल्क नियामक समिति के तहत फीस तो स्कूल वालों ने कम कर दिया. लेकिन आगे के क्वाटर्ली फीस में बढ़ोत्तरी कर दी है. जो पैरेंट्स के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.

ताकि न उठा सके पैरेंट्स आवाज

बता दें, हर साल फरवरी और मार्च के महीने में प्राइवेट स्कूलों द्वारा मोटी फीस वसूले जाने के मामले में पैरेंट्स की तरफ से आवाज उठाई जाती है और मीडिया में भी इसे प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया जाता रहा है. वहीं सरकार ने भी पैरेंट्स से मोटी फीस वसूलने वाले स्कूलों पर चाबूक चलाने के लिए जिला शुल्क नियामक समिति का गठन कर एडमिशन, स्मार्ट क्लास समेत अन्य मद में लिए जाने वाले फीस को कट कर दिया है. स्कूल प्रबंधन ने मार्च महीने के फीस में रिलैक्सेसन तो दे दिया है. लेकिन आगामी क्वाटर्ली फीस में एनुअल चार्ज के नाम पर फीस की वसूली का नया पैंतरा अपना लिया है.

क्या कहते हैं पैरेंट्स

जब इस संदर्भ में कुछ पैरेंट्स रूपेश श्रीवास्तव, अभिनव, रोहित, उमेश से दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बात की तो उनका यही कहना था कि मार्च का महीना चूंकि पैरेंट्स के लिए बेहद ही खर्चीला होता है. खर्चे ज्यादा होते हैं. ऐसे में अगर स्कूल वालों ने फीस में वसूले जाने वाले एडमिशन फीस को समाप्त कर दिया है तो यह सराहनीय कदम है. लेकिन आगामी जुलाई, अक्टूबर और जनवरी महीने में लिए जाने विभिन्न मद के फीस को एक साथ मर्ज कर एनुअल चार्ज के नाम पर चार इंस्टॉलमेंट में फीस लेने का लिस्ट जारी कर दिया है. इस तरह के फीस लिस्ट बनाने से कहीं न कहीं पैरेंट्स को आगे चलकर जेब ढीला करना मजबूरी ही होगा.

सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों की संख्या - 85

आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों की संख्या - 19

पहले क्वाटर की ली जाने वाली फीस - 10,000 से 15,000 रुपए

दूसरे क्वाटर में ली जाने वाली फीस - 15,000

तीसरे क्वाटर में ली जाने वाली फीस - 15,500

चौथे क्वाटर में ली जाने वाली फीस - 15,000

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इन मदों में लिए जाते रहे हैं पैसे

- कंप्यूटर फीस

- स्मार्ट क्लास फीस

- लैब फीस

- इंफ्रास्ट्रक्चर फीस

- म्यूजिक क्लास फीस

- डांस क्लास फीस

- एक्टिविटी फीस

- एनअल फंक्शन फीस

नोट - सभी स्कूलों ने बीस हजार से कम रखी है अपनी फीस

प्रिंसिपल कोट्स

पैरेंट्स को फीस में राहत दी गई है. ताकि उन्हें फीस जमा करने में सहूलियत मिल सके. इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है.

फादर जैयमॉन, प्रिंसिपल, लिटिल फ्लावर स्कूल

फीस एक्ट के तहत ही फीस लिया जाएगा. सरकार के नियम बनाए गए हैं. उसका पूरा पालन किया जाएगा. उसी के अंतर्गत ही निर्धारण किया गया है.

अजय शाही, प्रेसीडेंट, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन

Posted By: Syed Saim Rauf