23 दिसंबर को शासन द्वारा गठित समिति की समय सीमा हो रही खत्म।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW : पुरानी पेंशन बहाली के लिए शासन द्वारा गठित समिति की सभी वार्ताओं से नाराज पुरानी पेंशन बहाली मंच ने फिर बड़ा आंदोलन करने का निर्णय लिया है। कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच ने यह फैसला गुरुवार को प्रदेश के लगभग 120 संघ, संगठनों और महासंघों के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश मंत्रियों की उपस्थिति में लिया। तय हुआ कि जनवरी माह में पुरानी पेंशन बहाली के लिए पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश का दौरा कर जनजागरण अभियान शुरू किया जाएगा। वहीं अंतिम सप्ताह में जनपद मुख्यालयों सहित राजधानी में एक दिवसीय धरना तथा मशाल जुलुस निकाल कर विरोध दर्ज कराया जाएगा। फरवरी में उच्चाधिकार समिति की बैठक कर दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। ध्यान रहे कि शासन द्वारा गठित समिति की समय सीमा आगामी 23 दिसंबर को समाप्त हो रही है। बिना आंदोलन नहीं होगा निर्णय
लोक निर्माण विभाग के संघ भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा एवं संचालन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव ने की। बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि अब यह आंदोलन बिना पुरानी पेंशन बहाल कराये थमने वाला नही है। वहीं कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार की असंवेदनशीलता पर कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी आक्रोशित हैं। शांतिपूर्ण तरीके से होने वाली इस हड़ताल को दबाने, कुचलने या उत्पीडऩ का प्रयास किया गया तो इसके परिणाम स्वरूप जो स्थिति उत्पन्न होगी, उसके लिए सरकार और शासन जिम्मेदार होगा। मंच ने मुख्यमंत्री के साथ हुई सौहार्दपूर्ण वार्ता और पुरानी पेंशन बहाली के लिए तत्काल समिति बनाए जाने के निर्णय के बाद सम्मानजनक समय दिया था लेकिन मंच समिति की अब तक की बैठकों से संतुष्ट नहीं हैं। वहीं राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के संगठन मंत्री संजीव गुप्ता ने कहा कि सरकार उनके हक और अधिकार से वंचित नहीं कर सकती। बैठक में तमाम संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे।

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Posted By: Mukul Kumar