आरबीआर्इ से 3.6 लाख करोड़ रुपये मांगने संबंधी खबरों का सरकार ने खंडन किया है। एक ट्वीट में कहा गया है कि सरकार की माली हालत पटरी पर है आैर लगातार वित्तीय घाटा कम हो रहा है।


नई दिल्ली (पीटीआई)। सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह रिजर्व बैंक से 3.6 लाख करोड़ रुपये नहीं मांग रही है। वाणिज्य मंत्रालय के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि मीडिया में बहुत सारी गलत जानकारी आ रही है। सरकार की माली हालत एकदम पटरी पर है। सरकार द्वारा आरबीआई से 3.6 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की बात एकदम बेबुनियाद है।वित्तीय घाटे में लगातार आई है कमी
गर्ग ने बताया कि राजस्व के मामले में सरकार को पूरा भरोसा है और वह आश्वस्त है। सरकार को भरोसा है कि 31 मार्च, 2019 को खत्म हो रहे चालू वित्त वर्ष में वित्तीय घाटा 3.3 प्रतिशत रहेगा। वित्त वर्ष 2013-14 में वित्तीय घाटा 5.1 फीसदी था। 2014-15 के बाद से वित्तीय घाटे में लगातार कमी आई है। इस साल सरकार ने बाजार उधारी का 70 हजार करोड़ रुपये पहले से ही निश्चित कर रखा है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh