-बीएसए ने कराई जांच तो हुआ खुलासा, आकाशवाणी में मानदेय पर काम कर रहा थे गुरुजी

>BAREILLY: बीएसए ऑफिस में बाबुओं और शिक्षक के बीच हुए विवाद की जांच की गई तो चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जांच में सामने आया कि स्कूल टाइमिंग में दिव्यांग शिक्षक आकाशवाणी में पार्ट टाइम अनाउंसर का काम कर रहा था। इसके लिए वह बाबू के पास अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगने आया था, जिसे लेकर रिश्वतखोरी और मारपीट का बवाल हुआ। हालांकि, जांच के दौरान टीचर बुरे फंस गया। उसके ऊपर ड्यूटी टाइम में अनाउंसर का काम करने का मामला साबित हो गया है। अब बेसिक शिक्षा विभाग टीचर पर विभागीय कार्रवाई करने की तैयारी में है।

एनओसी मांगने पर हुआ विवाद

मालूम हो कि दिव्यांग शिक्षक राजीव लोचन शर्मा छह जुलाई को बीएसए ऑफिस आए थे। इस दौरान उन्होंने क्लर्कअनिल सक्सेना से आकाशवाणी में अनाउंसर की एनओसी मांगी, तो उन्होंने देने से इनकार कर दिया। इस बात को लेकर दोनों लोगों में विवाद हो गया था। नौबत मारपीट तक पहुंच गई। शिक्षक का आरोप है कि अनिल सक्सेना, हेमंत मौर्य और प्यून आकाश ने उनके साथ मारपीट की। मामला जब बीएसए एश्वर्या लक्ष्मी यादव के संज्ञान में आया, तो उन्होंने दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया था, लेकिन इसके बाद एक बार फिर बात बिगड़ गई।

जांच में खुली पोल

इसके बाद बीएसए ने मामले की जांच कराई तो पता चला कि दिव्यांग शिक्षक राजीव लोचन स्कूल्स टाइमिंग में आकाशवाणी केन्द्र पर पार्ट टाइम अनाउंसर की जॉब कर रहे हैं। जोकि नियम के खिलाफ है। आकाशवाणी केन्द्र के कार्यवाहक सहायक निदेशक सुखराम सिंह ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि इसके एवज में शिक्षक को 1300 रुपए मानदेय के रुप में दिया जाता है।

जांच में दिव्यांग टीचर के अकाशवाणी में पार्ट टाइम अनाउंसर की जॉब करने की बात सामने आई है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

एश्वर्या लक्ष्मी यादव, बीएसए

Posted By: Inextlive