दोनों समुदाय के लोगों से की मुलाकात, दिया सुरक्षा का भरोसा

लिसाड़ी गेट थाने में करीब तीन घंटे तक शीर्ष अफसर रहे मौजूद

Meerut। प्रहृलाद नगर में पलायन का मुद्दा गरमाने पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने गुरुवार कॉलोनी की ओर दौड़ लगा दी। कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने डीएम अनिल ढींगरा को पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश दिए। जिसके बाद डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट संजय कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। यह कमेटी पलायन प्रकरण पर 10 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।

लखनऊ से जबाव-तलब

कैराना के बाद मेरठ में पलायन की खबर से प्रदेश सरकार हरकत में आ गई, वहीं पूरे प्रकरण पर लखनऊ से जवाब-तलब किया गया। जिसके बाद एडीजी प्रशांत कुमार, कमिश्नर अनीता सी मेश्राम, आईजी रामकुमार, डीएम अनिल ढींगरा और एसएसपी नितिन तिवारी गुरुवार दलबल के साथ लिसाड़ीगेट थाने पर पहुंचे। अफसरों के निर्देश पर दोनों समुदायों 5-5 लोगों को बुलाया गया जिन्होंने अपनी-अपनी बात रखी। अफसरों ने दोनों समुदाय के लोगों से बातचीत भी की।

कॉलोनी में पैदल घूमे

इसके बाद अधिकारियों ने कॉलोनी में पैदल भ्रमण किया। कालोनी में जहां पर बहुसंख्यक वर्ग के लोग गेट लगाने की बात कर रहे थे, वहीं पर खड़े होकर दोनों समुदाय के लोगों की बात सुनी। पलायन से इनकार करते हुए एडीजी ने कहा कि कालोनी में छेड़छाड़ से लेकर शरारती तत्वों के आतंक को खत्म करने के लिए पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दो स्थानों पर पुलिस पिकेट लगा दी गई। गली के बाहर बेरीकेडिंग भी लगाई गई है।

जमकर हुई नोकझोंक

प्रह्लाद नगर में पलायन की सूचना पर शहर विभिन्न संगठन भी मौके पर पहुंच गए। यहां बातचीत के दौरान दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए और उनमें जमकर नोंकझोंक भी हुई। पार्षद जितेंद्र पाहवा ने रो-रोकर आलाधिकारियों को समुदाय विशेष की गतिविधियों की जानकारी दी। महिलाओं के साथ छेड़छाड़, स्टंटबाजी, फायरिंग आदि की शिकायत भी उन्होंने अधिकारियों से की।

प्रह्लाद नगर में पलायन जैसी कोई स्थिति नहीं है। परिवार बड़ा होने पर लोग मकान बेच रहे हैं, दूसरे स्थानों पर खरीद रहे है। यह निजी मामला है। समस्या कालोनी में गेट लगाने को लेकर है, उसका तत्कालिक समाधान बैरियर और पिकेट तथा सीसीटीवी लगाकर किया जा रहा है।

प्रशांत कुमार, एडीजी जोन, मेरठ

ये है मामला

मुस्लिम बहुल प्रहलादनगर में बहुसंख्यक वर्ग के 425 परिवार हैं जिसमें से अब तक 125 परिवारों ने पलायन के बाद इसकी ऑनलाइन शिकायत की गई थी। अधिकांश मकानों की खरीद-फरोख्त बीते पांच-छह वर्ष के भीतर की गई। भाजपा नेता व बूथ अध्यक्ष महेश मेहता ने 11 जून को नमो ऐप पर पूरे प्रकरण की ऑनलाइन जानकारी देकर मदद मांगी वहीं वार्ड 56 से भाजपा पार्षद जितेंद्र पाहवा ने मुद्दे को मीडिया के सामने रखा।

Posted By: Inextlive