RANCHI : सिटी के तालाबों के चारों ओर अब पक्की बाउंड्रीवॉल की जगह ग्रीन हेज से घेराबंदी की जाएगी। ग्रीन हेज बाउंड्रीवाल के साथ -साथ पौधे भी लगाए जाएंगे। इस बाबत नगर विकास विभाग की ओर से तैयारियां शुरु कर दी गई है। विभाग द्वारा जारी संकल्प पत्र के मुताबिक, ग्रीन हेज बाउंड्रीवाल के बाद भी अगर जरूरत पड़ी तो आयरन फेंसिंग का भी इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि आस-पास के कैचमैंट एरिया से जल भराव सुनिश्चित किया जा सके।

तालाबों का हो रहा ब्यूटीफिकेशन

मालूम हो कि क्षेत्रीय स्तर पर शहरी नगर निकायों एवं मुख्यालय स्तर पर जुडको लिमिटेड के माध्यम से झील, तालाबों के रैनोवेशन और ब्यूटीफिकेशन का काम किया जा रहा है। नगर विकास विभाग ने संकल्प पत्र में कहा है कि जो तालाब के चारों ओर पक्की दीवार का निर्माण कराया जा रहा है, उसमें खामियां हैं तथा पक्की दीवार से तालाब के कैचमेंट एरिया से जलभराव पूर्ण रूप से बाधित हो जाता है और तालाब गर्मी के दिनों में सूख जाते हैं।

ग्रीन बाउंड्री से होंगे कई फायदे

तालाब के चारों ओर जो पक्की बाउंड्रीवाल है, उसके बाहरी किनारे पर बारिश के मौसम में जल जमाव की समस्या आम बात है और जलभराव की निकासी ठीक तरीके से नहीं हो पाती है। वहीं तालाबों और झीलों के किनारे ग्रीन बाउंड्री का निर्माण करा दिया जाता है तो जलभराव की समस्या से निजात तो मिलेगी ही साथ ही बारिश के पानी का संचयन तालाब में किया जा सकेगा। शहरी क्षेत्रों में अक्सर गर्मी के दिनों में तालाब सूख जाते हैं और भूमिगत जल का रिचार्ज नहीं हो पाता है। अगर सिटी के सभी तालाबों में ग्रीन बाउंड्री का निर्माण कर दिया जाता है तो बहुत हद तक तालाबों को सूखने से रोका जा सकेगा।

Posted By: Inextlive