क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : साहब मैं लंबे समय से बीमार हूं. लोकसभा चुनाव में ड्यूटी लग गई है, मेहरबानी कीजिए, घर में बेटी की शादी है, ड्यूटी करने में असमर्थ हूं. इस तरह की गुहार के साथ आई अर्जियों को देखकर निर्वाचन विभाग भी हैरान है. रांची जिला निर्वाचन विभाग ने लोकसभा चुनाव करवाने के लिए तैयारियों जोरों पर शुरू कर दी है. कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का काम चल रहा है. जिन कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई है, वे किसी भी सूरत में ड्यूटी निरस्त करवाने के जुगाड़ में लग गए हैं. सिफ ारिशों के बाद भी ड्यूटी निरस्त नहीं होने पर कई कर्मचारियों ने बीमार होने का प्रार्थना पत्र लगा दिया है. वहीं, कई कर्मचारियों ने बेटा-बेटियों की शादी होने का हवाला देकर ड्यूटी निरस्त करवाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं.

मेडिकल बोर्ड का किया है गठन

रांची जिला प्रशासन द्वारा बहाने बनाने वाले कर्मचारियों की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. यहां नियमित रूप से ऐसे कर्मचारियों की जांच की जा रही है. हालांकि अभी तक मेडिकल बोर्ड की ओर से आला अफ सरों को रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है. सूत्रों के अनुसार बड़ी संख्या में कर्मचारी मेडिकल जांच में फेल हो रहे हैं. चुनाव में ड्यूटी निरस्त कराने के लिए कर्मचारियों ने अगर बीमारी का बहाना बनाया तो झूठ पकड़ा जाएगा. बीमारी के सभी मामले मेडिकल बोर्ड भेजे जा रहे हैं. मेडिकल बोर्ड की जांच में झूठ पकड़ा जाएगा. इसके अलावा सही कारण या असक्षम कर्मचारियों की ड्यूटी निरस्त भी कर रहे हैं.

शादी की खरीदारी करनी है सर !

शिक्षा विभाग में कार्यरत एक कर्मचारी ने ड्यूटी निरस्त के लिए आवेदन किया था. जिसमें मई माह में खुद की शादी की तैयारियों व खरीदारी के लिए ड्यूटी निरस्त का आवेदन किया.

वजन ज्यादा, शुगर लेवल है हाई

एक शिक्षक ने आवेदन में बताया कि उसका वजन बढऩे के कारण चलने में दिक्कत होती है. इसके साथ ही उसका ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ गई है, शिक्षक का आवेदन मेडिकल बोर्ड के लिए भेज दिया गया.

पत्‍‌नी की देखभाल करनी है..

लिपिक के पद पर कार्यरत कर्मचारी के अनुसार उसकी पत्‍‌नी पिछले काफी समय से बीमार है. पत्‍‌नी और बच्चों की देखभाल उसे करनी पड़ती है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha