-महामारी की दहलीज पर पटना, पॉल्टी फार्म वर्कर तक को नहीं किया अलर्ट

PATNA: बर्ड फ्लू को लेकर सरकार ने राज्य के सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है। उसमें कई बातों का जिक्र किया गया है लेकिन इसके खतरनाक संक्रमण से सबसे संभावित लोगों के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। विशेषज्ञ बताते हैं कि सबसे संभावित लोगों में पाल्ट्री वर्कर, पाल्ट्री फार्मर हैं। पाल्ट्री वर्कर दिनभर बर्ड के साथ ही रहते है और यदि बर्ड किसी प्रकार से संक्रमित होते हैं तो वे भी संक्रमण की चपेट में आ जाएंगे। इस प्रकार के केसेस दुनिया भर में सबसे आम हैं। बावजूद इसके राज्य स्वास्थ्य समिति समेत पूरा स्वास्थ्य विभाग इसे हल्के में ले रहा है।

जांच नहीं, सिर्फ दवा मिलेगी

राजधानी पटना में बर्ड फ्लू को लेकर भले ही अलर्ट है लेकिन यहां के प्रमुख अस्पतालों पीएमसीएच और एनएमसीएच में इसकी जांच की सुविधा ही नहीं है। केवल सैंपल लिए जाते हैं जबकि इसकी जांच रिपोर्ट के लिए पटना से बाहर के लैब पर सभी अस्पताल निर्भर हैं। पीएमसीएच और एनएमसीएच के माइक्रोबॉयली लैब से इस बात की पुष्टि भी की गई। हां, राज्य सरकार ने इसके लिए फ्लू का असर को सीमित करने के लिए टैमीफ्लू दवा की सप्लाई जिला स्तर के अस्पताओं, पीएमसीएच और एनएमसीएच में कर चुकी है। यह एंटी वायरल ड्रग है।

जानें बर्ड से लोगों में कैसे फैलता है संक्रमण

डीजे आई नेक्स्ट की पड़ताल में यह सामने आया है कि केन्द्र सरकार द्वारा उच्च स्तरीय लैब जांच के लिए स्थापित आरएमआरआई में भी जांच फिलहाल संभव नहीं। आरएमआरआई के एक अधिकारी ने बताया कि अभी जांच किट उपल?ध नहीं है। बर्ड फ्लू का संक्रमण बेहद घातक होता है। अब तक के ट्रेंड में इसमें मृत्यु दर करीब 70 प्रतिशत तक आंकी गई है। इस बारे में पीएमसीएच के माइक्रोबायलाजी डिपार्टमेंट के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विजय कुमार ने बताया कि संक्रमण का जो नेचुरल तरीका बर्ड टू बर्ड है। यानि यह बर्ड से बर्ड में फैलता है। बर्ड से ह्यूमन में भी संक्रमण होता है। हालांकि ह्यूमन टू ह्यूमन इसका संक्रमण नहीं होता है। बर्ड के नाक से जो श्राव होता है, लार निकलता है और जो बर्ड ट्वीट करता है, इन सभी में वायरस हो सकते हैं। इससे संपर्क वाले लोगों में सांस के माध्यम से वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है।

पॉल्ट्री वर्कर ये रखें सावधानी

-बॉडी को पूरा कवर करके रहें।

-नाक पर ट्रिपल लेयर मास्क और आंखों पर चश्मा लगा कर रखें।

-यदि पाल्ट्री में कोई बर्ड बीमार हो या मरी हो, तो विशेष सावधानी रखें। हाथों में दस्ताने का प्रयोग जरूर करे।

-यदि कोई संदेह हो तो जांच जरूर करा लेना चाहिए।

यहां बर्ड फ्लू की जांच की सुविधा नहीं है। क्वारेनटाइन का भी निर्देश नहीं मिला है।

-डॉ आर के जमैयार, मेडिकल सुपरीटेंडेंट, पीएमसीएच

यहां जांच के लिए जो भी सैंपल आएंगे उसे यहां से बाहर भेज रिपोर्ट लिया जाएगा।

-डॉ चंद्रशेखर, मेडिकल सुपरीटेंडेंट, एनएमसीएच

दवा की कमी नहीं है। यह संतोष की बात है कि किसी मनुष्य में इसका संक्रमण नहीं मिला है।

-डॉ प्रमोद झा, सिविल सर्जन, पटना

Posted By: Inextlive