PATNA: बिहार में मैट्रिक और इंटर के खराब रिजल्ट को देखते हुए सरकार ग्रेस मा‌र्क्स देने के बारे में विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि इन स्टूडेंट्स को कम से कम क्भ् ग्रेस अंक देने पर मंथन किया जा रहा है। इस मसले पर अंतिम निर्णय लेने के पूर्व सरकार इस बात का अध्ययन करेगी कि दूसरे राज्यों में ग्रेस मा‌र्क्स की क्या व्यवस्था है। अध्ययन के बाद माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा में सुधार के लिए बनाए जा रहे एक्शन प्लान में इस मामले को शामिल किया जा सकता है।

केरल, कर्नाटक हो सकते हैं 'नजीर'

केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में म्0 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्रों को ग्रेस के रूप में क्भ् नंबर दिए जाते हैं। ऐसा ही पैटर्न सीबीएसई और आईसीएसई परीक्षा बोर्ड में भी है.ये बोर्ड भी ग्रेस के रूप में छात्रों को क्भ् अंक देते हैं। शिक्षा विभाग के सूत्र बताते हैं कि बिहार में भी इस प्रकार की व्यवस्था को लागू किया जा सकता है। केरल-कर्नाटक के साथ ही सीबीएसई और आईसीएसई को आधार बनाकर छात्रों के लिए ग्रेस अंक की व्यवस्था पर मंथन किया जा रहा है। शिक्षा विभाग का मानना है कि बिहार बोर्ड के छात्रों को दूसरे बोर्डो की अपेक्षाकृत कम नंबर आते हैं, जिस वजह से वे कई बार दूसरे राज्यों के शैक्षणिक संस्थानों में नामांकन से वंचित रह जाते हैं। इस समस्या को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सरकार को ग्रेस अंक देने का सुझाव दिया है।

Posted By: Inextlive