- बाहरी राज्यों से चारधाम यात्रा पर आने वाले वाहनों पर अंकुश की तैयारी

- हर यात्रा के बाद जारी होगा गमन पत्र

- दोबारा एंट्री पर एक-एक यात्री का लिया जाएगा ब्योरा

देहरादून, चारधाम यात्रा पर बाहरी राज्यों से आने वाले कॉमर्शियल व्हीकल्स के लिए अब ग्रीन कार्ड काफी नहीं होगा. बाहरी व्हीकल्स लोकल सवारियों पर डाका न डालें इसके लिए उन्हें हर बार यात्रा समाप्त करने के बाद गमन पत्र और एक होलोग्राम जारी किया जाएगा. जो इस बात का प्रमाण होगा कि वाहन एक बार यात्रा करके स्टेट से बाहर जा चुका है. दोबारा स्टेट में एंट्री पर वाहन चालक को वाहन में सवार सभी यात्रियों का पूरा ब्योरा ट्रांसपेर्ट डिपार्टमेंट को देना होगा. ये व्यवस्था पहली बार ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट द्वारा की गई है.

अब धोखे की एंट्री आसान नहीं

लगातार यह शिकायत रहती थी कि आउटर स्टेट से आने वाले व्हीकल्स स्टेट में एंट्री के बाद यहां के चारधाम पड़ावों से अवैध तरीके से यात्रियों को चारधाम यात्रा कराते हैं. ऐसे में स्टेट के लोकल वाहन चालकों को सवारियां नहीं मिलती थीं और उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता था. बाहरी वाहनों की इस धोखे की एंट्री को रोकने के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने अब हर बाहरी वाहन को यात्रा समाप्ति के बाद गमन पत्र जारी करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उन्हें एक होलोग्राम भी जारी किया जाएगा.

क्या है गमन पत्र

चारधाम यात्रियों को लेकर बाहरी स्टेट्स से जो भी वाहन उत्तराखंड में एंट्री करेगा, उसे यात्रा समाप्ति के बाद ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट द्वारा एक गमन पत्र जारी किया जाएगा. ये इस बात का प्रमाण होगा कि बाहरी वाहन एक बार यात्रा कर स्टेट से लौट चुका है. ऐसे में अगर वह दोबारा चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों को ढोता हुआ पाया जाता है, तो इसे अवैध माना जाएगा. गमन पत्र से वाहन की पूरी डिटेल ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को मिल जाएगी, जैसे कि वाहन यात्रा समाप्त कर कब वापस लौटा है. इसके साथ ही एक थ्री डी होलोग्राम भी जारी किया जाएगा.

दोबारा एंट्री पर यात्रियों की डिटेल जरूरी

आउटर स्टेट का कोई भी वाहन जब दोबारा उत्तराखंड में एंट्री करेगा तो वाहन चालक को यात्रियों का पूरा ब्योरा चेक पोस्ट पर ही अवेलेबल कराना होगा. इसमें यात्री कहां से लाए गए हैं, किन धामों की यात्रा के लिए आये हैं जैसा ब्योरा लिया जाएगा. अगर बाहरी वाहनों में लोकल यात्री सवार पाये गये तो कार्रवाई की जाएगी. ये पूरा ब्योरा स्टेट में घुसने से पहले ही चेक किया जाएगा, इसके लिए बॉर्डर चेक पोस्ट पर सघन चेकिंग की जाएगी.

यहां हैं बॉर्डर चेक पोस्ट

आशारोड़ी (देहरादून)

कुठालगेट (देहरादून)

कुल्हाल (विकासनगर)

नारसन(हरिद्वार)

चार एन्फोर्समेंट टीम रहेंगी तैनात

हर बॉर्डर चेक पोस्ट पर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की एक-एक टीम तैनात रहेगी. टीम को एआरटीओ लीड करेंगे. टीम द्वारा आउटर स्टेट से आने वाले हर वाहन का ब्योरा लिया जाएगा. यात्रा पर आने वाले बाहरी वाहनों को ग्रीन कार्ड भी यहीं पर जारी किए जाएंगे, जिनकी मियाद दो माह होगी.

ड्राइवर को दिया जाएगा ट्रेनिंग डेमो

चारधाम यात्रा पर आने वाले वाहनों के चालकों को यात्रा मार्ग पर रवानगी से पहले ट्रेंड किया जाएगा. इसके लिए उन्हें बॉर्डर चेक पोस्ट पर ही पहाड़ी रूट्स पर सेफ्टी को लेकर पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिये अवेयर किया जाएगा. ये डेमो करीब एक घंटे का होगा, इसके बाद ग्रीन कार्ड जारी कर वाहन को एंट्री दी जाएगी.

ऐसे होगा ग्रीन कार्ड जारी

यात्रा पर आने वाले वाहन की फिटनेस, ड्राइवर का डीएल, वाहन का परमिट और इंश्योरेंस डॉक्यूमेंट चेक करने के बाद अगर अपडेट पाये गये तो ही ग्रीन कार्ड जारी किया जाएगा. ये ड्राइवर और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की सुविधा के लिए है. ताकि चेक प्वॉइंट्स पर ड्राइवर को सभी डॉक्यूमेंट को दिखाने के बजाय ग्रीन कार्ड दिखाकर रवाना किया जा सके. ग्रीन कार्ड होने का मतलब है कि वाहन पूरी तरह फिट है. आउटर स्टेट के व्हीकल को 2 माह के लिए ग्रीन कार्ड जारी किया जाता है.

राज्य के वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड काफी

स्टेट के लोकल वाहनों के लिए सिर्फ ग्रीन कार्ड काफी है. उन्हें गमन पत्र और होलोग्राम जारी नहीं किया जाएगा. सिर्फ ग्रीन कार्ड के जरिए वे कई बार चारधाम यात्रा पर सवारियों को लेकर जा सकते हैं.

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चारधाम यात्रा पर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को ग्रीन कार्ड तो जारी किया ही जाएगा. इस बार एक और इनीशिएटिव लिया गया है. बाहरी वाहन लोकल यात्रियों को अवैध तरीके से यात्रा पर न ले जाएं, इसके लिए हर यात्रा के बाद उन्हें गमन पत्र जारी किया जाएगा, साथ ही दोबारा स्टेट में एंट्री के वक्त उनसे वाहन सवार हर यात्री का इंडिवीजुअल ब्योरा लिया जाएगा.

- अरविंद पांडे, एआरटीओ, प्रवर्तन

Posted By: Ravi Pal