- सेंट्रल स्टेशन को सुविधाओं से लैस करने के लिए डायरेक्टर ने मास्टर प्लान तैयार कर भेजा था रेलवे बोर्ड

- रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने मास्टर प्लान पर लगाई मोहर, बोले जल्द बदलेगी कानपुर सेंट्रल की तस्वीर

- निरीक्षण के दौरान बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों को किया गया सम्मानित

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द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म। सैटरडे को कानपुर सेंट्रल स्टेशन का निरीक्षण करने आए रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्रि्वनी लोहानी लाखों कानपुराइट्स को बड़ी सौगात दे गए। उन्होंने बताया कि कानपुर सेंट्रल में विभिन्न सुविधाओं को बढ़ाने व रिडेवलपमेंट करने को लेकर डायरेक्टर डॉ। जितेन्द्र तिवारी के तैयार किए गए मास्टर प्लान को हरी झंडी दे दी गई है। जिसके लिए 20 करोड़ रुपए का बजट भी पास हो गया है। इसमें पैसेंजर्स के लिए स्टेशन के सभी प्लेटफार्मो में लिफ्ट, नई टीन शेड, बेस्ट टॉयलेट जैसी सुविधाओं को मेंटेन किया जाएगा। सर्कुलेटिंग एरिया व पोर्टिको की भी दशा को सुधारा जाएगा।

सोलर पॉवर प्लांट का शुभारंभ

रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने निरीक्षण के दौरान फजलगंज इलेक्ट्रिक शेड में बनाए गए सोलर पॉवर प्लांट का उद्घाटन भी किया। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सोलर पॉवर प्लांट से रेलवे को 3 लाख रुपए प्रतिमाह का लाभ होगा। इसके शुरू होने से लोको शेड में 15 प्रतिशत तक कम बिजली लगेगी और प्रदूषण भी कम होगा।

तीन माह का दिया अल्टीमेटम

कानपुर सेंट्रल में कांफ्रेंस के दौरान रेलवे बोर्ड चेयरमैन से गोविंदपुरी स्टेशन पर यात्रियों के लिए एक भी टॉयलेट न होने पर सवाल किया गया। जिसपर उन्होंने इलाहाबाद डीआरएम अमिताभ कुमार की तरफ देखते हुए स्टेशन में टॉयलेट बनाने के लिए तीन माह का अल्टीमेटम दिया। गोविंदपुरी स्टेशन में निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला स्टाफ से बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में भी जाना।

नई दुर्घटना राहत ट्रेन का तोहफा

रेलवे बोर्ड ने कानपुर को तीन कोच की नई दुर्घटना राहत ट्रेन का उपहार दिया है। जिसकी शुरूआत सैटरडे को रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्रि्वनी लोहानी ने फीता काट कर की। तीन कोच की इस ट्रेन में एक कोच में राहत कार्य में यूज होने वाले उपकरण, दूसरे में ऑपरेशन थियेटर व 12 बेड का वार्ड व तीसरे कोच में किचन बना हुआ है।

आरपीएफ, टीटीई व पोर्टर सम्मानित

कानपुर सेंट्रल में कार्यक्रम के दौरान सीआरबी ने बेहतर काम करने वाले आरपीएफ, टीटीई व पोर्टरों को प्रोत्साहित करने के लिए अवार्ड देकर सम्मानित किया। सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल के मुताबिक सैटरडे को इलाहाबाद मंडल के अंतर्गत विभिन्न विभागों में कार्यरत 47 कर्मचारियों को सम्मानित किया गया है।

जे ग्रेड आफिसर्स की कमेटी लेगी फैसला

रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्रि्वनी लोहानी ने बातचीत के दौरान बताया कि मंधना से अनवरगंज तक लेवल क्रासिंग में लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए रेलवे के पास चार ऑप्शन हैं। इन चारों ऑप्शन में बेस्ट ऑप्शन का चुनाव करने के लिए जे ग्रेड लेवल के आफिसर्स की एक कमेटी का गठन किया गया है। जोकि सर्वे कर मंधना ट्रैक पर निर्णय लेगी।

खानपान व्यवस्था में किया जा रहा सुधार

ट्रेनों और स्टेशनों में मिलने वाले खाने की क्वालिटी को लेकर किए गए सवाल पर रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि रेलवे अपनी खानपान व्यवस्था में निरंतर बदलाव कर रहा है। कानपुर से दिल्ली चलने वाली शताब्दी ट्रेन की खानपान व्यवस्था प्राइवेट ठेकेदारों के हाथों से लेकर आईआरसीटीसी के हाथों सौंप दी गई है। इसी प्रकार के बदलाव कर रेलवे खानपान व्यवस्था में धीरे-धीरे सुधार कर रहा है।

कानपुर से है विशेष जुड़ाव

रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्रि्वनी लोहानी का कानपुर से विशेष जुड़ाव रहा है। जिसकी झलक सैटरडे को उनके कानपुर सेंट्रल निरीक्षण के दौरान देखने को भी मिली। उन्होंने कानपुर सेंट्रल को बेहतर बनाने के लिए मातहत अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। दरअसल अश्रि्वनी लोहानी की स्कूलिंग कानपुर से ही हुई है। उनके पिता भी कानपुर स्थित स्कूल में प्रिंसिपल थे।

Posted By: Inextlive