-फुल प्रेशर से सप्लाई के बाद भी घरों में नहीं पहुंच रहा पानी

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: शहर में पानी की कहानी बहुत ही दुखभरी हो चुकी है। वाटर माफियाओं के अंधाधुंध जल दोहन से ग्राउंड वाटर नीचे ही खिसकता जा रहा है। आलम यह है कि शहर के कई इलाकों में 120-130 फीट बोरिंग पर पानी मिल जाता था। आज 160-180 फीट की बोरिंग पर भी पानी नहीं मिल रहा है। पूरे शहर में आठ दर्जन से अधिक ट्यूबवेल पानी छोड़ चुके हैं या पानी छोड़ने के कगार पर हैं। प्रयागराज का भूजल स्तर औसत 75 सेमी प्रति वर्ष नीचे जा रहा है।

पानी से जुड़े कुछ फैक्ट

80 वार्ड वाले सिटी को पर डे चाहिए 242.5 एमएलडी पानी

- जिसे पूरा करने के लिए जल संस्थान यमुना से ले रहा है पर डे 70 एमएलडी पानी

238.5 एमएलडी वॉटर पर डे हो रहा है भूगर्भ जल स्तर से दोहन

सबसे कम यहां है पानी का स्टेटा

रानी मंडी 3.5 मीटर

राजापुर में 1.8 मीटर

बलईपुर में 2.65 मीटर

साउथ मलाका में 3.75 मीटर

बैहराना में 6.4 मीटर

ट्रांसपोर्टनगर में 4.1 मीटर

अशोक नगर में 6 मीटर

जार्जटाउन में 5.9 मीटर

शिवकुटी में जबर्दस्त वाटर क्राइसिस

शहर का एक भी वार्ड ऐसा नहीं है, जहां पानी की समस्या न हो। लेकिन शिवकुटी में पानी की सबसे ज्यादा क्राइसिस है। अकेले शिवकुटी वार्ड में करीब दो दर्जन से अधिक वाटर माफिया एक्टिव हैं जो वाटर जग बिजनेस कर रहे हैं। पब्लिक का पानी खींचकर उसी पानी को बेच रहे हैं। शिवकुटी मेला रोड, कोटेश्वर महादेव मंदिर रोड, सीताराम धाम में पानी की समस्या बनी हुई है। इन मोहल्लों के अशोक शुक्ला, रविश गिरी, जगदीश पुरी, शिव कुमार मिश्रा, अमित मिश्रा, अनिल तिवारी आदि का परिवार पानी के लिए परेशान है।

महावीरपुरी के 600 घरों में नहीं पहुंच रहा पानी

महावीरपुरी कॉलोनी में जल संस्थान द्वारा चार इंच के पाइप लाइन से वाटर सप्लाई होती है। इसी पाइप लाइन से दो वाटर माफियाओं ने दो-दो इंच पाइप का कनेक्शन ले रखा है। गोविंदपुर पानी टंकी से वाटर सप्लाई होने पर वाटर माफिया पानी खींच लेते हैं। इससे पूरे प्रेशर के साथ पानी लोगों के घरों में नहीं पहुंच पाता है।

कराह रहा है करेली

पूरा करेली पानी के लिए कराह रहा है। करामत चौकी, करेलाबाग के साथ ही करेली के अन्य मोहल्लों में कई ट्यूबवेल पानी छोड़ चुके हैं। सबसे बड़ी वजह वाटर माफियाओं की सक्रियता और सबमर्सिबल पंप लगाकर लोगों द्वारा जलदोहन किया जाना है।

वर्जन

भीषण गर्मी में हर साल वाटर लेवल गिरता है। इस बार भी पूरे शहर का ग्राउंड वाटर लेवल 10 से 12 फीट नीचे खिसका है। कई ट्यूबवेल फेल हुए हैं, जिन्हें रिबोर कराया जा रहा है। पानी की समस्या से निबटने का पूरा इंतजाम किया जा रहा है।

-हरिश्चंद्र बाल्मिकी

एक्सईन, जलकल

शिवकुटी वार्ड में पानी की जबर्दस्त समस्या है। कुछ साल पहले तक जहां 120 फीट बोरिंग पर पानी मिल जाता था, आज 160-180 फीट बोरिंग पर भी पानी बड़ी मुश्किल से मिल रहा है। मेरे वार्ड में कई वाटर माफिया सक्रिय हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है।

-कमलेश तिवारी

पार्षद शिवकुटी

चौक गंगादास की स्थिति आज यह है कि 40 एचपी का मोटर चलाने पर भी लोगों को बड़ी मुश्किल से पानी मिल रहा है। जबकि पहले मशीन चलाए बगैर पानी आ जाता था। आज अगर यमुना नदी सूख जाए तो आधा शहर पानी के बगैर ही तड़प जाए।

-सत्येंद्र चोपड़ा

पार्षद, लोकनाथ

Posted By: Inextlive