कमाई भरपूर, टैक्स भरने से भाग रहे दूर
-वाणिज्यकर विभाग की जांच में रिटर्न में टर्नओवर से कम टैक्स जमा करने का हुआ खुलासा
- 85 व्यापारियों का जीएसटी नम्बर किया गया निरस्त, शेष को भेजी गयी है नोटिस varanasi@inext.co.in VARANASI व्यापार में पादर्शिता लाने और टैक्स चोरी रोकने के लिए पूरे देश में जीएसटी लागू किया गया. व्यापारियों की हर गतिविधियों पर वाणिज्य कर विभाग की नजर है, फिर भी टैक्स चोरी के मामले सामने आ रहे हैं. विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि करीब दो सौ से अधिक व्यापारियों ने खूब कमाई की है लेकिन रिटर्न में टर्नओवर से कम टैक्स जमा किया है. ज्यादा गड़बड़ी करने वाले करीब 85 व्यापारियों का जीएसटी नंबर निरस्त कर दिया गया है. शेष व्यापारियों को नोटिस भेजकर दो हफ्ते में जवाब मांगा गया है. व्यापारियों में मचा हड़कम्पवाणिज्य कर विभाग की जांच में सामने आया कि वाराणसी के कई व्यापारी ऐसे हैं, जिनकी खरीद-बिक्री यानी टर्नओवर लाखों में है, लेकिन उन्होंने रिटर्न में निर्धारित से कम टैक्स जमा किया है. इस पर विभाग ने करीब 85 व्यापारियों का जीएसटी नम्बर निरस्त किया है और शेष को नोटिस भेजी गयी है. जीएसटी निरस्त होने और नोटिस मिलने से व्यापारियों में हड़कंप मचा है. विभाग ने चेतावनी दी है कि दो हफ्ते में नोटिस का जवाब नहीं देने पर संबंधित व्यापारियों का भी का जीएसटी नम्बर निरस्त कर दिया जाएगा.
बकायेदारों पर हो रही कार्रवाई टैक्स चोरों के खिलाफ वाणिज्य कर विभाग काफी सख्त हो गया है. मुख्यालय के निर्देश पर विभाग ने टैक्स बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. समय पर रिटर्न न भरने पर विभाग ने पिछले दिनों दो सौ से अधिक व्यापारियों को नोटिस जारी की थी. 100 से अधिक व्यापारियों ने कोई सक्रियता नहीं दिखाई है. इस पर विभाग ने जीएसटी नम्बर निरस्त करने की कार्रवाई की. बिल से बेच रहे माल वाणिज्यकर विभाग के अनुसार वाराणसी में 90 हजार से अधिक व्यापारी पंजीकृत हैं. इनमें से तमाम ऐसे व्यापारी हैं, जो नियमित रूप से टैक्स का भुगतान करते हैं. कुछ व्यापारी पांच लाख से अधिक का कारोबार कर रहे हैं, लेकिन हजारों दिखा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार तमाम व्यापारी बिना जीएसटी नम्बर वाले बिल पर माल बेच रहे हैं. ऐसी स्थिति में व्यापारी को अच्छी कमाई हो रही है, लेकिन विभाग को राजस्व का अच्छा खासा नुकसान हो रहा है. एक नजर 85 व्यापारियों का जीएसटी नंबर निरस्त 200 से अधिक को दी गयी नोटिस 100व्यापारियों ने नहीं दिया जवाब
90 हजार से अधिक व्यापारी जीएसटी में रजिस्टर्ड वर्जन.. मुख्यालय के निर्देश पर टैक्स बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. टर्नओवर से अपेक्षा कम टैक्स जमा करने वाले व्यापारियों को नोटिस जारी की गयी है. दो हफ्ते में जवाब नहीं मिला या रिटर्न दाखिल नहीं किया तो जीएसटी नम्बर निरस्त किया जाएगा. इसके अलावा अर्थदंड वसूला जाएगा. आईबी तिवारी, ज्वाइंट कमिश्नर