इस सप्ताह दो महत्वपूर्ण व्रत हैं तो वहीं तीन महापुरुषों की जयंती है आइए जानते हैं इस सप्ताह के महत्वपूर्ण व्रत—त्योहार के बारे में।

24 अप्रैल: गुरु तेगबहादुर जयंती।

26 अप्रैल: श्री गुरु अर्जुनदेव जयंती।

27 अप्रैल: शीतलाष्टमी व्रत।

30 अप्रैल: वल्लभाचार्य जयंती। वरुथिनी एकादशी व्रत।

यर्थाथ गीता: सिद्धि-असिद्धि के प्रति समभाव

यदृच्छालाभसंतुष्टो द्वंद्वातीतो विमत्सर:। सम: सिद्धावसिद्धौ च कृत्वापि न निबध्यते।।

अपने आप जो कुछ भी प्राप्त हो, उसी में संतुष्ट रहने वाला, सुख-दुख, राग-द्वेष और हर्ष-शोकादि द्वंद्वों से परे, ईष्र्यारहित तथा सिद्धि और असिद्धि में समभाववाला पुरुष कर्मो को करके भी नहीं बंधता। सिद्धि अर्थात जिसे पाना था, वह अब भिन्न नहीं है और वह कभी विलग भी नहीं होगा। इसलिए असिद्धि का भी भय नहीं है। इस प्रकार सिद्धि और असिद्धि में समभाववाला पुरुष कर्म करके भी नहीं बंधता।

इस तारीख से खत्म हो रहा है खरमास, जानें मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त

श्रीराम, हनुमान जी, गणपति और भोलेनाथ को कौन-सा भोग है पसंद? जानें

निर्झरिणी

मूर्खो से बहस कर कोई व्यक्ति बुद्धिमान नहीं कहला सकता है। मूर्ख पर विजय पाने का एकमात्र उपाय है- उसकी बातों पर ध्यान न देना। - संत ज्ञानेश्वर

Posted By: Kartikeya Tiwari