मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने पाकिस्तान में अपने ऊपर लगे टेरर फंडिंग के आरोपों को लाहौर हाईकोर्ट में चुनौती दी है। उसका कहना है कि लश्कर-ए-तैयबा LeT और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठनों से उसका कोई नाता नहीं है।


लाहौर (एएनआई)। मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने शुक्रवार को अपने ऊपर लगे टेरर फंडिंग के आरोपों को पाकिस्तान के लाहौर हाईकोर्ट में चुनौती दी है। अपनी याचिका में हाफिज ने कहा कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT), अल-कायदा या इस तरह की किसी अन्य संस्था के साथ उसका कोई संबंध नहीं है। इस याचिका के साथ उसने अदालत से यह भी कहा कि उसके खिलाफ दर्ज किये गए एफआईआर को बेबुनियाद घोषित किया जाये। बता दें कि पिछले हफ्ते, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के आतंकवाद-रोधी विभाग (CTD) ने सईद और उसके 12 सहयोगियों के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज किए, जिसमें उसके साले अब्दुल रहमान मक्की का नाम भी शामिल था। मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद बहुत जल्द होगा सलाखों के पीछे, पाक पुलिस का दावाधर्मार्थ की आड़ में चल रहे आतंकी संगठन
पुलिस ने बताया था कि उनके आतंकी संगठन धर्मार्थ की आड़ में चल रहे थे और इसी के जरिये वह टेरर फंडिंग भी करते थे। बता दें कि हाफिज सईद के खिलाफ यह कार्रवाई आज यानी कि शक्रवार को बेलआउट पैकेज को लेकर वाशिंगटन में होने वाली पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बीच बैठक को ध्यान में रखकर की गई है। इमरान खान सरकार फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) को देखते हुए टेरर फंडिंग करने वाले सभी लोगों के साथ पाकिस्तान में सख्ती से पेश आ रही है। एफएटीएफ ने कुछ दिनों पहले लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकी सगठनों को पैसे मुहैया कराने पर रोक लगाने में सरकार की विफलता के लिए पाकिस्तान को फिर से अपनी 'ग्रे' लिस्ट में डाल दिया था। इसके साथ ही पाकिस्तान को टेरर फंडिंग पर रोक लगाने के लिए सितंबर 2019 तक आखिरी मोहलत दे दिया था।

Posted By: Mukul Kumar