हजारीबाग: लोह¨सघना थाना क्षेत्र के नूरा मंदिर के पास हजारीबाग पुलिस ने शनिवार को पीएलएफआइ के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से तीन मोबाइल एक पिस्टल व दो कारतूस भी मिला है. गिरफ्तार उग्रवादियों में कटकमदाग का प्रेम कुमार यादव उर्फ बंधन यादव व मंडई का निरंजन कुमार यादव है. प्रेम कुमार पूर्व में उग्रवादी संगठन झारखंड प्रस्तुती कमेटी (जेपीसी) के सुप्रीमो दशरथ यादव के साथ जेल जा चुका है व चार माह पहले जमानत पर बाहर आया था. जेल से बाहर आने के बाद वह पीएलएफआइ से जुड़कर हजारीबाग में लेवी वसूलने लगा. दोनों खूंटी के पीएलएफआइ उग्रवादी मुकेश यादव के संपर्क में थे. ये ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले विकास कार्य में लेवी वसूलते थे.

भाई का किया था अपहरण

कटकमदाग के ग्रामीण क्षेत्र में सड़क निर्माण करा रहे संवेदक संजय उपाध्याय से इन दोनों ने 20 लाख रुपये की लेवी मांगी थी. लेवी नहीं मिलने पर इन्होंने 28 अप्रैल को मंडई से संजय के भाई रंजीत का अपहरण कर लिया था. संजय ने 29 अप्रैल को नकद डेढ़ लाख रुपये देकर व शेष राशि किश्त में देने की बात कह अपने भाई को छुड़ाया था. रंजीत के मुक्त होने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई. तब से पुलिस उग्रवादियों की टोह में थी, इस बीच उग्रवादी लगातार संवेदक से तय रकम की मांग कर रहे थे. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर 11 मई को दोनों उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया. एसडीपीओ कमल किशोर ने बताया कि दोनों पूर्व में उग्रवादी मामले में जेल जा चुके हैं. इनसे मिली सूचना के आधार पर खूंटी के मुकेश यादव के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha