Dehradun: वोटिंग के दिन कोई पहली बार वोट डालने पर एक्साइटेड था तो कोई सीनियर सिटीजन होते हुए अपने फर्ज को निभा रहा था. इन सबके बीच कुछ लोग ऐसे भी थे जो उन लोगों के लिए सबक थे जो जरूरी कामों का बहाना बनाकर वोटिंग नहीं करते. इन्होंने विकलांग होने के बावजूद भी लोगों के सामने एक एग्जांपल सेट किया और दूसरे लोगों से भी वोटिंग करने की अपील की.


Voting है लोकतंत्र का मूलमैं हर बार वोट कास्ट करने के लिए जरूर आता हूं। आखिर ये मेरा राइट है। हम लोग अक्सर बड़े ही आराम से कह देते हैं कि सरकार बेकार है, सिस्टम करप्ट है, कोई भी जरूरतमंदों की नहीं सुनता। लेकिन जब वोट देकर एक बदलाव लाने की उम्मीद जगती है, तो हर कोई सिर्फ इसे सरकारी छुट्टी समझकर घर पर बैठ जाता है। हम लोकतंत्र में सांस ले रहे हैं। ऐसे में हमारा फर्ज है कि हर तरह के चुनाव में अपने वोट का योगदान दें, जिससे अच्छा और सफल नेता हमारे सिस्टम को मिल सकें। मैंने बहुत ही सोच-समझकर अपने कैंडिडेट का पहले चुनाव किया और फिर उसे वोट दिया है।-सोनू अवस्थी, वोटर, वार्ड 53 हर एक वोट जरूरी होता है
मैं हर बार वोट देने के लिए आती हूं। इलेक्शन में हर एक वोट जरूरी होता है। हर सिस्टम को एक पॉजिटिव सोच की जरुरत है। जब तक हम पॉजिटिव सोच के साथ अपने वोट की ताकत का इस्तेमाल नहीं करेंगे। तब तक हमें एक अच्छा लीडर या सिस्टम नहीं मिलेगा। हर किसी को अपनी इस ताकत का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि अच्छे सिस्टम और शहर का निर्माण सिर्फ वोटिंग में पार्टीसिपेट कर एक अच्छा नेता इलेक्ट करने से ही मुमकिन है।-गुलसाना, वोटर, वार्ड 46

Posted By: Inextlive