>RANCHI: पहले बेटी को मर जाने दो, फिर पंचनामा तैयार कर केस कर देंगे। यह जवाब उन परिजनों को मिला, जो अपनी बेटी को फांसी पर लटका कर मार देने के आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने थाना पहुंचे थे। पुलिस ने पीडि़ता के मां-बाप को डांट कर भगा दिया। यह कारनामा कर दिखाया है कर्रा पुलिस ने। पीडि़ता पंडरा के सिटी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। उसके पास अब न तो पैसे हैं और न ही कोई मददगार। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब पीडि़ता नूरजहां की मां मनीजा खातून एसएसपी प्रभात कुमार से मिलने उनके ऑफिस पहुंची थी। हैरत की बात तो यह है कि सिटी अस्पताल प्रबंधन ने इस केस के बारे में पंडरा ओपी को भी सूचित किया, लेकिन पुलिस की कान पर जूं तक नहीं रेंगा।

साहेब, मेरी बेटी को मार डालना चाहते थे

नूरजहां खातून की मां मनीजा खातून ने बताया कि साहेब, मैं अपनी बेटी का निकाह कर्रा निवासी आफताब उर्फ मदन से पांच साल पहले कराई थी। उससे तीन साल की बेटी भी है। गुरुवार की सुबह उसकी नतिनी उसके पास दौड़ कर आई और कहा कि नानी जल्दी चलो, नहीं तो वे लोग अम्मी को मार डालेंगे। जब पीडि़ता की मां अपने परिजनों को लेकर वहां पहुंची, तो देखा कि नूरजहां को उसके ससुराल वाले घर में फांसी पर लटका रहे हैं। किसी तरह से उनलोगों के चंगुल से परिजनों ने नूरजहां को छुड़ाया। तबीयत अधिक खराब होने की वजह से सभी नूरजहां को लेकर सिटी अस्पताल पहुंचे, जहां उसका इलाज चल रहा है। पीडि़ता कर्रा थाना क्षेत्र के विरदा गांव की रहनेवाली है।

कंप्लेन दर्ज कराने गए, तो पुलिस अधिकारी ने भगा दिया

जब पीडि़ता के परिजन आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कराने थाना पहुंचे, तो आरोपी पहले ही वहां से बाहर निकलते दिखे। जब उनलोगों ने कहा कि उनकी बेटी की हत्या की कोशिश की गई है, तब पुलिस अधिकारी ने कहा कि जाओ यहां केस दर्ज नहीं होगा। जहां एडमिट है, वहीं की पुलिस केस करेगी? इसके बाद जब उनलोगों ने जोर दिया तो कहा गया कि बेटी की हालत कैसी है? परिजनों ने कहा कि बेटी की हालत खराब है तो कहा गया कि ठीक है अभी जिंदा है न? जब मर जाएगी तो प्राथमिकी भी दर्ज कर लेंगे और पंचनामा भी बना कर दे देंगे।

क्या कहते हैं थानेदार

कर्रा थानेदार हरदेव प्रसाद से जब बात की गई, तो उन्होंने बताया कि हां ऐसी घटना हुई है, वे लोग रांची के पिस्कानगड़ी में किसी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। जब पूछा गया कि कंप्लेन दर्ज क्यों नहीं हुई, तो कहा गया कि वे लोग थाना आए ही नहीं हैं।

Posted By: Inextlive