Bodybuilding के चक्कर में youngsters में बढ़ रहा है food suppliment का craze मोटी रकम कमाने के लिए जिम संचालक दे रहे हैं adviceMarket में नकली suppliments की भरमार सेहत से हो रहा खिलवाड़

गोमती नगर निवासी मयंक अग्रवाल ने 19 साल की एज में जिम ज्वाइन किया। छह माह तक तो सब ठीक चला, फिर अचानक जिम छोड़ दिया। इसके साथ ही मयंक का वजन घटना शुरू हुआ। हालत यह हो गई कि उसे हॉस्पिटलाइज कराना पड़ा, तब जाकर उसका स्वास्थ्य सही हुआ। उसके बाद मयंक के पैरेंट्स ने उसे कभी जिम नहीं जाने दिया।
कपूरथला के निकट खुले जिम में अमित सिंह ने शौकिया जिम ज्वाइन किया। शानदार बल्ले और वीशेप बॉडी बनाने के लिए उसने मार्केट में आने वाले तमाम तरह के फूड सप्लीमेंटस लेना शुरू कर दिया। तीन महीने तक सबकुछ बहुत अच्छा रहा। लेकिन एग्जाम्स के कारण उसे जिम छोडऩा पड़ा। इस दौरान अमित की हालत इतनी खराब हो गई कि उसे इलाज कराना पड़ा।
ये हादसे तो बानगी भर है। हॉलीवुड एक्टर एरनॉल्ड श्वाजनेगर और बॉलीवुड के अभिनेता सलमान खान जैसा लुक पाने के लिए यंगस्टर्स मार्केट में आने वाले तमाम तरह के फूड सप्लीमेंट्स धड़ल्ले से यूज कर रहे हैं। फैट गेन करने और फैट काटने के लिए इन सप्लीमेंटस का प्रयोग हो रहा है। जल्द से जल्द खूबसूरत फिजिक पाने के लिए यंगस्टर्स खुद की सेहत के साथ खिलवाड़ करने में पीछे नहीं हैं। तमाम यंगस्टर्स जिम पहुंच कर बॉडी बनाने के लिए आने वाले फूड सप्लीमेंट्स का यूज कर रहे हैं। गली-गली में खुले इन जिम में सप्लीमेंट्स का जाल फैला हुआ है।
Side effect से अंजान हैं youngsters
नाम ना छापने की शर्त पर एक जिम संचालक बताते हैं कि शहर के तमाम इलाकों में खुले सभी जिम तक सप्लीमेंट बेचने वाले एजेंट पहुंच रहे हैं। जिम के मालिक को हर डिब्बे पर मोटा कमीशन दिया जाता है। उसके बाद जिम संचालक  खुद ही अपने यहां आने वाले यंगस्टर्स को इन फूड सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देने लगते हैं। इन सप्लीमेंट्स के साइड इफेक्ट से अंजान यंगस्टर्स जल्द रिजल्ट की चाहत में ये सप्लीमेंट्स लेने लगते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं तमाम जिम संचालक मोटी रकम कमाने के लिए अपने यहां आने वालों को इसकी बड़ी डोज लेने के लिए कहते हैं, जिससे अधिक डिब्बे बेचे जा सकें। तमाम कंपनियों के वेटगेनर, प्रोटीन, मासगेन, क्रेटीन, फैटकटर्स के लिए तमाम तहर के फूड सप्लीमेंट मार्केट में मौजूद हैं। दिनों दिन इनकी खपत बढ़ती जा रही है। एक अन्य संचालक बताते हैं कि इन फूड सप्लीमेंट के चलते एक मौत भी हो चुकी है।
सैकड़ों कंपनियों के फूड सप्लीमेंट
लालबाग स्थित कल्पतरू इंटर प्राइजेज के अभिनव खन्ना बताते हैं कि मार्केट में आज सैकड़ों कंपनियों के फूड सप्लीमेंट आ रहे हैं। ये सप्लीमेंट दिल्ली में बनाए जा रहे हैं। ये सस्ते मद्दे फूड सप्लीमेंट एजेंट्स के माध्यम से शहर के तमाम जिम में पहुंच रहे हैं। जहां यंगस्टर्स इनका शिकार हो रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं एजेंट 250 रुपए के फूड सप्लीमेंट का डिब्बा आठ सौ तक में बेच रहे हैं जबकि अच्छे फूड सप्लीमेंट की कीमत पांच हजार से शुरू होती है। फॉरेन के लगभग एक दर्जन अच्छे फूड सप्लीमेंट यहां बाजार में हैं। लेकिन इनकी डिमांड इतनी होती है कि ये सिर्फ अच्छे प्लेयर्स को ही एवलेबल हो पाते हैं। लेकिन मुनाफाखोरों ने इन ओरिजनल फूड सप्लीमेंट की नकल मार्केट में उतार दी है।
सेहत से खिलवाड़
दिल्ली में बनने वाले सप्लीमेंट भी इंटरनेशनल लेवल का दिखाकर बेचा रहा है। मामला सिर्फ यहीं खत्म नहीं होता है। जिम में एस्टोरायड भी खपाया जा रहा है। शौकिया जिम जाने वालों को इन सब का कुछ पता नहीं होता। बस जिसने जो कह दिया वहीं लेना शुरू कर दिया। सलमान खान और एरनाल्ड जैसे लुक पाने के लिए जिम जाने वाले यंगस्टर्स फूड सप्लीमेंट जमकर यूज करते हैं।
जिम जाने वालों में यंगस्टर्स की संख्या अधिक होती है। इन्हें खेल से कोई मतलब नहीं होता है। ऐसे में ये लोग खूबसूरत बॉडी की चाहत में सप्लीमेंट लेना शुरू कर देेते हैं। उन्हें इस बात का आभास भी नहीं होता कि वह अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। नेशनल लेवल पर अब फूड सप्लीमेंट का मार्केट बड़ी तेजी से ग्रो कर रहा है। अनुमानित तौर पर मैं कह सकता हूं कि इंडिया में हर साल इसका बाजार साठ प्रतिशत बढ़ रहा है। सिर्फ जिम जाने वाले ही नहीं माडल्स भी अब इनका यूज करने लगे हैं।


मार्केट में तमाम तरह के फूड सप्लीमेंट एवलेबल है। इन सभी का साइड इफेक्ट है। फूड सप्लीमेंट लेने वाले अगर एक भी दिन वर्क आउट नहीं करेंगे तो उन्हें का उसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में मसल्स पेन और जोड़ों में दर्द कुछ भी हो सकता है। तमाम तरह के फैट कटर मार्केट में मौजूद हैं। बिना किसी जानकारी के तमाम यंगस्टर्स उसे लेना शुरू कर देते हैं। पता नहीं बॉडी में उससे फैट कटने के अलावा कोई और नुकसान तो नहीं हो रहा है। इसलिए बॉडी का चेकअप भी जरूरी है। डाक्टर्स या डाइटिशियन की सलाह के बिना इसका इस्तेमाल नहीं किया जानाा चाहिए।
ललित पटेल, लक्ष्मण एवार्डी, पूर्व वेटलिफ्टिर


डाइटिशयन की सलाह के बिना इन सप्लीमेंट्स का प्रयोग घातक है। आज कई जिम में लोग इसे अपनी मर्जी से ले रहे हैं। बॉडी बनाने के चक्कर में लोग सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। इसको यूज से पहले बॉडी का चेकअप होना चाहिए। तब यह पता चलेगा कि कौन सा फूड सप्लीमेंट बॉडी के लिए जरूरी है। कभी भी अपने मन से कोई बॉडी सप्लीमेंट नहीं लेना चािहए।
डाइटिशयन, पीजीआई
अनिल श्रीवास्तव

Posted By: Inextlive