तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह को मिली धार्मिक सजा

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PATNA: सीएम नीतीश कुमार की तुलना गुरु साहिब से करना तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह को भारी पड़ा है। उन्हें इस अपराध में धार्मिक सजा सुनाई गई है। जिसके तहत उन्हें जूतों की सफाई से लेकर बर्तन धुलाई सहित अन्य कई सजा से दंडित करते हुए तनखइया घोषित किया गया है। उन्हें पांच दिनों तक अकाल तख्त अमृतसर में प्रतिदिन एक घंटा संगत के जूते साफ करने होंगे और एक घंटा लंगर में बर्तन धोने व एक घंटा कीर्तन सुनने की सजा सुनाई गई है। अवतार सिंह ने बताया कि वे मंगलवार से ही अकाल तख्त में सुनाई गई सजा का पालन शुरू कर देंगे।

सजा के लिए मंथन

अमृतसर स्थित श्री अकाल तख्त साहिब में जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह व केशगढ़ आनंदपुर साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह तथा दो ग्रंथी अकाल तख्त की बैठक की गई। जिसमें काफी मंथन के बाद हुक्मनामा जारी कर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह हित को तनखइया घोषित कर दिया गया है। हित को 5 दिन तक अकाल तख्त अमृतसर में प्रतिदिन एक घंटा संगत के जूते साफ करने होंगे। एक घंटा लंगर में बर्तन धोने और एक घंटा कीर्तन सुनने की सजा सुनाई गई है। महासचिव सरदार महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन व सचिव सरदार महेंद्र सिंह छाबड़ा ने सजा की प्रति उपलब्ध कराई है। हित ने जत्थेदार व पंज-प्यारों के समक्ष अपनी गलती स्वीकार करते हुए भूल के लिए क्षमा याचना किया है।

यह है धार्मिक अपराध

11 जनवरी को बिहार के शीतल कुंड में बनने वाले गुरुद्वारा के इमारत का शिलान्यास करने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पहुंचे।

इस दौरान अध्यक्ष हित ने गुरु साहिब के लिए प्रयोग होने वाले शब्दों का प्रयोग सीएम नीतीश कुमार की प्रशंसा के लिए किया था।

इस मामले में अध्यक्ष हित को दोषी मानते हुए सोमवार को अकाल तख्त साहिब की ओर से धार्मिक सजा सुनाई गई।

सजा के बाद अध्यक्ष हित ने कहा कि अकाल तख्त साहिब पर सुनाई गई सजा को स्वीकार करते हुए उसका पालन शुरू कर देंगे।

सजा में प्रबंधक समिति के अध्यक्ष हित को प्रबंधक समिति के किसी भी सदस्य, पदाधिकारी से न मिलने और न ही कोई बात करने का आदेश दिया गया है।

यह सुनाई गई है धार्मिक सजा

पांच दिनों तक अकाल तख्त अमृतसर व 7 दिनों तक तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब में प्रतिदिन एक घंटा संगत के जूते साफ करना है।

एक घंटे लंगर में बर्तन धोने और एक घंटे कीर्तन सुनना होगा।

धार्मिक सजा पूरी होने के बाद दोनों तख्तों में 5100-5100 रुपए का कड़ाह प्रसाद बनवाना होगा।

अरदास करने व श्री गुरु ग्रंथ साहिब में अखंड पाठ रखने की भी सजा मिली है।

Posted By: Inextlive