Meerut : एथलीट पिंकी के 25 दिन पुलिस हिरासत में रहने के बाद रिहा हो गई है. डाक्टरों की जांच के मुताबिक उसके हार्मोंस में बदलाव आया है जिससे वो लडक़ों जैसी लगती है. आखिर क्या है पिंकी जैसी तमाम महिला खिलाडिय़ों का सच. आई-नेक्स्ट बताएगा आपको स्पेशल रिपोर्ट में. कैसे हो जाता है कई खेलों की महिला खिलाडिय़ों के हार्मोंस में बदलाव.


हार्मोंस में गड़बड़ीशक्तिवर्धक दवाओं में स्टेरॉयड होता है, जो शरीर को एनर्जी देता है। ये दवाएं लड़कियों के लिए ये बेहद घातक है। न्यूरोसर्जन डॉक्टर रोहित कुमार सिंह काम्बोज की मानें तो महिला खिलाड़ी अगर स्टेमिना बढ़ाने के लिए ऐसी दवा का प्रयोग करती हैं, जिससे एनर्जी लेवल बढ़ता हो, तो उनके लिए ये बेहद घातक साबित हो सकता है। मात्र दो से तीन हफ्ते के सेवन में ही इसे खाने से हार्मोंस में तेजी से बदलाव शुरू हो जाता है। वहीं ऐसी दवाओं का सेवन छोड़ भी दिया जाए तो ये बदलाव लड़कियों के अंदर जारी रहेगा।खेलने से भी बदलाव संभव


हमारे शरीर में स्टेरायड की मात्रा होती है। ऐसे में शक्तिवर्धक दवाओं में तो स्टेरायड होता ही है। साथ ही जिन खेलों में अधिक स्टेमिना की जरुरत  होती है। उन खेलों की महिला खिलाडिय़ों के हार्मोंस में भी बदलाव होना लाजमी है। डॉक्टर के मुताबिक जिन खेलों में स्टेमिना की जरुरत होगी, उसे अर्जित करने के लिए महिलाओं को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसे खेलों में कुश्ती, बॉक्सिंग, वेटलिफ्टिंग और एथलेटिक्स अहम है। इन खेलों की प्लेयर्स को देखा जाए तो उनके हार्मोंस में तेजी से बदलाव आता है। इसका कारण है उनका खेलों में सफलता अर्जित करने के लिए जरुरत से अधिक स्टेमिना बढ़ाना है।पिंकी का केस भी तो ये नहींपश्चिम बंगाल के बैरकपुर जिले में महिला से दुष्कर्म के आरोप में पकड़ी गई महिला एथलीट पिंकी के केस में भी तो कहीं ये मामला नहीं है। देखा जाए तो पिंकी भी एक एथलीट रही है। अब क्योंकि पिंकी भी एथलेटिक्स जुड़ी है। उसमें भी ये बदलाव आना लाजमी है और अधिकतर खिलाडिय़ों में स्टेरायड लेने की खबर बार-बार आती रही हैं। अगर लड़कियां स्टेमिना बढ़ाने के लिए स्टेरायड लेती हैं, तो फिर उनमें ये दिक्कत आ सकते हैं। शादी के बाद भी दिक्कत जो लड़कियां शक्तिवर्धक दवाओं का सेवन करती हैं या फिर खेलों के कारण उनके हार्मोंस में बदलाव आता है। तो उन्हें वैवाहिक जीवन के बाद भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। न्यूरोसर्जन रोहित कुमार सिंह काम्बोज के मुताबिक हार्मोंस में बदलाव आने के कारण वैवाहिक जीवन में भी काफी समस्या आती है।कोच क्या कहते हैं'अधिक स्टेमिना के खेलों में लडक़ों और लड़कियां दोनों को ही स्टेमिना की जरुरत होती है। खासकर लड़कियों को अधिक स्टेमिना की जरूरत होती है.'

- बीके वाजपेई, कोच एथलेटिक्स

'लड़कियों में कुश्ती खेल में ये बदलाव आना लाजमी है, क्योंकि स्टेमिना बढ़ाने के कारण और दांव पेच के कारण ये बदलाव आ ही जाता है.'- जबर सिंह सोम, कुश्ती कोच

Posted By: Inextlive