दिल्ली में सरकार गठन को लेकर जारी संशय के हालात जारी हैं लेकिन इस बीच दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब गंज ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हर्षवर्धन को बातचीत के लिए बुलाया है.


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक नजीब गंज ने हर्षवर्धन से फोन पर बातचीत की और उनसे कहा कि वह नई सरकार के गठन के बारे में उनसे चर्चा करना चाहते हैं.इस बीच केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है, "उप राज्यपाल सरकार गठन की सभी संभावनाओं पर विचार करेंगे. फिलहाल इसमें गृह मंत्रालय की कोई भूमिका नहीं है."इसके बाद दिल्ली में सरकार गठन को लेकर सरगर्मियां एक बार फिर तेज़ हो गईं हैं. 70 सदस्यों वाली दिल्ली विधानसभा में 31 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है, जबकि 28 सीटों के साथ  आम आदमी पार्टी दूसरे स्थान पर रही है.सरकार का गुणा-भाग"उप राज्यपाल ने मुझे आज (बुधवार) रात फोन किया और मुझसे कहा कि वो चर्चा के लिए मिलना चाहते हैं."-हर्षवर्धन, भाजपा


भाजपा को अकाली दल के एक विधायक का समर्थन हासिल है लेकिन इसके बावजूद वो सरकार बनाने के लिए ज़रूरी 36 विधायकों के जादुई आंकड़े से चार सीटें पीछे हैं.राज्य में कांग्रेस को आठ सीटों पर जीत हासिल हुई है जबकि एक सीट जनता दल यूनाइटेड और एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी के खाते में गई है.

हर्षवर्धन ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि उन्होंने राज्यपाल से कहा है कि वह रमन सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ जा रहे हैं और गुरुवार शाम तक दिल्ली वापस आने के बाद ही वह नजीब जंग से मुलाकात कर सकेंगे.हर्षवर्धन ने कहा, "उप राज्यपाल ने मुझे आज (बुधवार) रात फोन किया और मुझसे कहा कि वह चर्चा के लिए मिलना चाहते हैं."भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ही ये स्पष्ट कर चुके हैं कि चूंकि उनके पास बहुमत नहीं है, इसलिए वो  सरकार गठन की पहल नहीं करेंगे और वो दोबारा चुनाव का सामना करने के लिए तैयार हैं.केजरीवाल का बयानअरविंद केजरीवाल यह साफ कर चुके हैं कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस या भाजपा से समर्थन लेकर सरकार नहीं बनाएगी.उधर आम आदमी पार्टी ने बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित धन्यवाद रैली में भाजपा पर निशाना साधा.केजरीवाल ने कहा, "सौ-सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. उनके पास 32 विधायक होने के बावजूद भाजपा सरकार बनाने से इनकार कर रही है. भाजपा का कहना है कि हम किसी तरह की जोड़-तोड़ नहीं करेंगे. कांग्रेस और भाजपा को मिलकर सरकार बनानी चाहिए क्योंकि दोनों में बहुत सी समानताएं हैं. दोनों भ्रष्ट है, साम्प्रदायिक हैं, दंगे करवाती हैं."

केजरीवाल का कहना था कि अगर जरूरत पड़ेगी तो उनकी पार्टी दोबारा चुनाव लड़ने को तैयार है. उन्होंने कहा, "हम सत्ता भोगने को नहीं, व्यवस्था परिर्वतन के लिए आए हैं."इससे पहले मंगलवार को हुई बैठक में भाजपा ने अपने सभी निर्वाचित विधायकों से कहा था कि वे दोबारा चुनाव के लिए तैयार रहें.चुनाव आयोग ने मंगलवार को ही  दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजों को लेकर अधिसूचना जारी की थी.

Posted By: Subhesh Sharma