सुप्रीम कोर्ट में मारुति सुजुकी की ओर से प्‍लांट बंद होने संबंधी हलफनामा देने पर हरियाणा सरकार ने सफाई दी कि मारुति सुजुकी और राज्‍य सरकार के बीच पुराना नाता है. प्‍लांट बंद होने की खबर निराधार है. इधर अप्रैल-जून तिमाही रिपोर्ट में मारुति को 49 फीसदी का जोरदार मुनाफा दर्ज किया है. यह मुनाफा तब है जब ज्‍यादातर कार कंपनियों की बिक्री घटी है.


नहीं बंद होगा मारुति प्लांट : हरियाणा सरकारमारुति सुजुकी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा के मानेसर प्लांट को बंद करने का हलफनामा देने पर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को सफाई दी. राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना निगम के प्रबंध निदेशक तरुण बजाज ने कहा कि मानेसर प्लांट बंद होने की खबर निराधार है. मारुति व हरियाणा सरकार के बीच पुराना नाता है. प्रदेश ने 12 हजार करोड़ किया निवेशतरुण बजाज के मुताबिक, बढ़े भूमि मुआवजे की अदायगी के लिए निगम द्वारा उठाई गई मांग के कारण मारुति सुजुकी अपना मानेसर प्लांट बंद करने जा रही है, यह कहना गलत है. बीते आठ वर्षों के दौरान कंपनी ने प्रदेश में 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है, और लगभग छह हजार करोड़ रुपये का निवेश प्रक्रिया में है.मुआवजे की मांग वैधानिक अधिकार
उन्होंने कहा कि मुआवजा बढ़ाए जाने का जहां तक संबंध है, भू-मालिक जिनकी जमीन भूमि अधिग्रहण नीति के तहत अधिगृहीत की गई है, उन्हें भूमि अधिग्रहण कलेक्टर द्वारा अवार्ड स्टेज पर अदा किए गए मुआवजे की तुलना में ज्यादा मुआवजे की मांग के लिए याचिका दायर करने का वैधानिक अधिकार है. निगम की ओर से भू-मालिकों को बढ़ी कीमतों की अदायगी पहले ही की जा चुकी है, जिसे अब आवंटियों से वसूल किया जाना है. हालांकि यह मामला अभी पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट में लंबित है और निगम इसकी पैरवी कर रहा है.मारुति के मुनाफे ने पकड़ी रफ्तारकारों की बिक्री में गिरावट के बावजूद देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी के मुनाफे में 49 फीसद का जोरदार इजाफा हुआ है. अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ बढक़र 631.6 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 423.77 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था.कंपनी की लागत घटी


लागत व रॉयल्टी खर्च घटने से कंपनी के मुनाफे में यह बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस  तिमाही में कंपनी की लागत 3.5 फीसद घटी है. रॉयल्टी खर्च भी कुल बिक्री का 6.1 फीसद रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह खर्च 6.9 फीसद था. अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की बिक्री घटकर 9,995.12 करोड़ रुपये रह गई. पिछले साल की समान तिमाही में यह बिक्री 10,529.24 करोड़ रुपये रही थी. बीती तिमाही में कंपनी ने 2,66,343 कारें बेचीं, जो पिछले साल की समान तिमाही की 2,95,896 कारों की बिक्री से 9.98 फीसद कम है. घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 6.8 फीसद घटकर 2,45,346 कार रह गई. पिछले साल अप्रैल-जून में कंपनी ने यहां 2,63,264 कारें बेची थीं.ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी बिक्रीकंपनी ने एक बयान में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री बढऩे की दर दोहरे अंकों में रही है, जबकि शहरी क्षेत्रों में बिक्री घटी है. उम्मीद है कि ग्र्रामीण क्षेत्रों में बिक्री में बढ़ोतरी जारी रहेगी. कंपनी की कुल बिक्री में ग्र्रामीण क्षेत्रों की हिस्सेदारी 29 से 30 फीसद रही. बयान में कहा गया कि मानेसर में कंपनी के तीसरे संयंत्र का परिचालन सितंबर से शुरू हो जाएगा. इससे कंपनी की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी.

Posted By: Satyendra Kumar Singh