46 बार मुद्गर भाजने वाले मंगला प्रसाद बने विजेता

- एक लाख 51 हजार रुपये का ईनाम जीतने की लगी रही होड़

- देर रात में शुरू हुआ धकाधक हास्य कवि सम्मेलन

ALLAHABAD: फागुनी बयार में फागुनी मस्ती के साथ धकाधक संस्थान की ओर से शनिवार को मुद्गर बारात निकाली गई। जिसमें इलाहाबाद के साथ ही अन्य जिलों से आए पहलवानों ने अपनी पहलवानी दिखाई। एक लाख भ्क् हजार का ईनाम जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दी, लेकिन कोई भी पहलवान डेढ़ लाख का ईनाम नहीं जीत सका। वहीं ब्म् बार मुद्गर भाजने वाले मंगला प्रसाद उपाध्याय को विजेता घोषित करने के साथ ही व‌र्ल्ड कॅप की ट्राफी प्रदान की गई और कहा गया कि इस बार भी व‌र्ल्ड कप हमारा ही होगा।

गाजे-बाजे के साथ निकली मुद्गर बारात

धकाधक संस्थान व प्रयाग राज सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में संस्थापक अध्यक्ष पंडित धर्मराज पांडेय द्वारा पूजन-अर्चन के साथ मुद्गर बारात निकाली गई। बारात एवं कवि सम्मेलन के संयाजक तीर्थ राज पांडेय द्वारा एक लाख भ्क् हजार रुपए का ईनामी मुद्गर घोषित करने के साथ ही पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र और ध्वज पताका के साथ मुद्गर बारात गाजे-बाजे के साथ निकली। मुद्गर बारात डा। प्रभात शास्त्री मार्ग से निराला चौराहा पहुंची, जहां आस-पास के जनपदों के साथ ही इलाहाबाद के पहलवानों ने मुद्गर भाजना शुरू किया। सबने खूब दांव लगाए। लेकिन कौशॉम्बी के पहलवान मंगला प्रसाद उपाध्याय विजेता रहे। जिन्होंने ब्म् बार मुद्गर भाजा। वहीं फ्ख् बार मुद्गर भाजने वाले इलाहाबाद के हरिओम चौरसिया दूसरे और ख्भ् बार मुद्गर भाजने वाले मंझनपुर के रमेश द्विवेदी तीसरे स्थान पर रहे।

धकाधक कवि सम्मेलन में खूब लगे ठहाके

निराला चौराहा से बारात दारागंज स्थित धकाधक चौराहा पहुंच कर कवि सम्मेलन के रूप में बदल गई। जहां कवियों को मंच पर बैठा कर धकाधक की टोपी पहनाई गई। कवि सम्मेलन के अध्यक्ष डा। हीरालाल पांडेय व संचालक डॉ। शंभूनाथ त्रिपाठी के निर्देश में एक से बढ़ कर एक विस्फोटक रचनाओं की प्रस्तुति हुई। कवि सम्मेलन में बालेंद्र मिश्र, बैजनाथ मिश्र, अनिल आवारा, योगिता चौहान, गुलशन इलाहाबादी, ऋतंधरा मिश्रा, सत्यभामा मिश्रा, महक जौनपुरी, बिहारी लाल अम्बर, शिवराम उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive