- स्टूडेंट्स व फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए कई यूनिवर्सिटीज से चल रही बात ई मेल भी भेजा.

-एक-दो महीने में साइन हो सकता है एमओयू, दोनों देश व यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को होगा फायदा

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KANPUR: आईआईटी की तरह अब एचबीटीयू भी धीरे-धीरे अपना दायरा बढ़ा रहा है. स्टूडेंट्स के टैलेंट को और भी निखारने के लिए एचबीटीयू प्रशासन अब जापान की कुछ फेमस यूनिवर्सिटीज से हाथ मिलाने की तैयारी में जुटा है. करीब एक महीने पहले जापान के दस विश्वविद्यालयों को एचबीटीयू प्रशासन ने मेल किया है और उनके अधिकारियों से फोन पर बात भी की है. माना जा रहा है कि आने वाले एक-दो महीने में एचबीटीयू का कई यूनिवर्सिटी के साथ करार हो सकता है. इस करार में स्टूडेंट्स व फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम पर फोकस किया जा रहा है. इस तरह के एक्सचेंज प्रोग्राम से दोनों यूनिवर्सिटी को फायदा मिलेगा.

9 साल पहले कोरियन यूनिवर्सिटी से
एचबीटीयू रजिस्ट्रार प्रो. मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि 9 साल पहले दक्षिण कोरिया की हानवाट यूनिवर्सिटी से एचबीटीआई ने करार किया था. तत्कालीन डायरेक्टर प्रो. आरके खितौलिया इयर 2010 में सियोल गए थे और यूनिवर्सिटी से करार किया था. इसके बाद इयर 2011 में कोरियन फैकल्टी ने संस्थान की विजिट की थी. इयर 2012 में एचबीटीआई के दो स्टूडेंट कोरिया में तीन महीने का एडवांस कोर्स करने गए थे. इयर 2013 में एचबीटीआई के कुछ फैकल्टी मेंबर भी कोरिया गए थे. इयर 2014 में कोरियन डेलीगेशन एचबीटीआई आया था.

आस्ट्रेलिया, सिंगापुर से भी बात
करीब एक महीने पहले जापान की दस से ज्यादा प्रॉमिनेंट यूनिवर्सिटी को स्टूडेंट्स एंड फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए मेल किया है. टोकियो यूनिवर्सिटी से बातचीत की गई है जो काफी पॉजिटिव रही है. आने वाले टाइम में सिंगापुर, न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलियन यूनिवर्सिटी से भी संपर्क करके एजूकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम का प्लान बनाया जा रहा है. एक महीने के अंदर ही इन देशों के प्रॉमिनेंट यूनिवर्सिटी से संपर्क कर लिया जाएगा.

विदेशी यूनिवर्सिटी से करार हो जाने के बाद फैकल्टी व स्टूडेंट्स को बहुत कुछ नया सीखने को मिलेगा. हमारे स्टूडेंट्स व फैकल्टी बाहर जाएंगे वहां से टीचर्स और छात्र हमारे यहां रहकर शिक्षा ग्रहण करेंगे. कुछ प्रोजेक्ट वर्क पर मिलकर एक साथ काम करने की योजना है.
- प्रो. एनबी सिंह, वाइस चांसलर एचबीटीयू

Posted By: Manoj Khare