RANCHI: रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में चमकी बुखार (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) से तीन साल के बच्चे की मौत के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट हो गया है। डोर टू डोर कैंपेन तेज कर दिया गया है, ताकि राजधानी में इसका मरीज मिलने पर क्विक एक्शन लिया जा सके। इतना ही नहीं, हेल्थ डिपार्टमेंट ने सिविल सर्जन को शहर में अभियान चलाने का आदेश भी दिया है। साथ ही सस्पेक्टेड मरीज मिलने पर तत्काल उसे नजदीकी हॉस्पिटल में एडमिट कराने को कहा गया है।

सावधानी बरतने की सलाह

बरसात में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। ऐसे में बुखार के साथ उल्टी, तेज दर्द व दस्त की शिकायत लेकर बच्चे इलाज के लिए रांची के सरकारी हॉस्पिटलों में पहुंच रहे हैं। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल में भी ऐसे मरीजों की संख्या अच्छी है। इन मरीजों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। चूंकि बिहार में कहर बरपाने वाली चमकी बुखार के कई सस्पेक्टेड मरीज रिम्स व अन्य हॉस्पिटलों में पहुंच चुके हैं। ऐसे में आसपास के लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

हर हाल में खत्म करें मच्छर का लार्वा

हेल्थ डिपार्टमेंट ने सीएस के अलावा नगर निगम को भी स्पेशल अभियान चलाने को कहा है। इसके तहत हर इलाके में मच्छरों के पनपने की जगह का निरीक्षण करने को कहा है। वहीं लार्वा को खत्म करने के लिए छिड़काव को प्राथमिकता में रखा गया है। हेल्थ सेक्रेटरी ने यह भी आदेश दिया है कि हर हाल में मच्छरों को पनपने से रोकना होगा तभी बीमारी को फैलने से रोका जा सकेगा।

वर्जन

सिटी में हमारा अभियान तो चल रहा है। अब कोई मरीज मिला है तो इसके लिए सभी को अलर्ट कर दिया जाएगा, ताकि किसी भी सिचुएशन से तत्काल निपटा जा सके।

डॉ। विजय बिहारी प्रसाद, सीएस, रांची

Posted By: Inextlive