Bareilly : उमस भरी गर्मी झेल रहे बरेलियंस को फ्राइडे को हुई बारिश ने काफी राहत दी. सुबह से ही तेज बारिश के चलते मौसम काफी ठंडा हो गया. वेदर एक्सपर्ट की मानें तो मौसम की यह लास्ट बारिश है. इसके बाद लोगों को ठंड का अहसास होगा. वहीं मौसम में हो रहे ये बदलाव कई बीमारियों को भी दावत दे सकते हैं.


5 से 20 एमएम बारिशमौसम विभाग के अकॉर्डिंग फ्राइडे को हुई बारिश ऊपरी क्षेत्रों की अपेक्षा मैदानी भागों में ज्यादा हुई है। बरेली सहित रामपुर, बदायूं, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर जैसे प्लेन एरियाज में 5 से 20 एमएम के बीच बारिश रिकॉर्ड की गई। तेज बारिश की वजह से मैक्सिमम टेंप्रेचर में काफी गिरावट भी देखने को मिली। मैक्सिमम टेंप्रेचर जहां नॉर्मल से 8 डिग्री लुढ़ककर 26 डिग्री पर पहुंच गया वहीं मिनिमम टेंप्रेचर नॉर्मल 22.5 रहा। वेदर एक्सपर्ट डॉ। एचएस कुशवाहा ने बताया कि पछले कुछ दिनों से मौसम में नमी बढ़ रही थी। इसके चलते डेवलपमेंट ऑफ लो प्रेशर एरिया का दवाब बना। इस कंडीशन में हवा में ठंडक होती है। यही बारिश होने का रीजन है। वहीं अगले 24 घंटे तक बादल घिरे रहेंगे। फसल के लिए फायदेमंद


सीजन की यह लास्ट बारिश खरीफ की फसल के लिए फायदेमंद साबित होगी। जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि खरीफ की जितनी भी फसलें हैं जैसे गन्ना, धान, मकई, उड़द सभी को यह बारिश फायदा पहुंचाएगी। बारिश की वजह से उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। बच्चों को ज्यादा problem

मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव से सबसे ज्यादा प्रॉब्लम बच्चों में देखने को मिलती है। बारिश की वजह से बच्चों में वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। पीडियाट्रीशियन की मानें तो इस तरह के मौसम में डायरिया जैसी प्रॉब्लम बच्चों में सबसे ज्यादा देखने को मिली है। मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से सर्दी-जुखाम जैसी प्रॉब्लम्स भी सामने आती हैं। Health के लिए not goodयह बारिश फसल और गर्मी के लिहाज से अच्छी है पर आपकी सेहत को बारिश से दिक्कत हो सकती है। डॉक्टर्स के अकॉर्डिंग बारिश की वजह से वेक्टर बॉर्न डिजीजेज के चांसेज काफी बढ़ जाते हैं क्योंकि ऐसे में नए वायरस पनपते हैं। इसलिए सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। एंटी मॉस्किटो का यूज करें और अपने घर के आस-पास मच्छरों को पनपने से रोकें।'फ्राइडे को डिफरेंट एरिया में अच्छी-खासी बारिश हुई है। अगले कुछ घंटों में और बारिश होने की संभावना है। अब टेंप्रेचर बढऩे के चांसेज नहीं है। इसके चलते आने वाले कुछ दिनों में लोग ठंड महसूस करेंगे.' डॉ। एचएस कुशवाहा, वेदर एक्सपर्ट'वायरल का खतरा और बढ़ सकता है। बारिश की वजह से नए-नए वायरस के पैदा होने की पॉसिबिलिटी बढ़ जाती है। ऐसे में कम से कम एक महीने तक एक्स्ट्रा केयर करने की जरूरत है.' डॉ। अजय मोहन अग्रवाल, फिजिशियन

'इस मौसम में बच्चों को सबसे ज्यादा प्रॉब्लम होती है। बारिश में वायरल इंफेक्शन का खतरा रहता है। थोड़ी सावधानी रखकर बीमारियों से बचा जा सकता है.' डॉ। रवि खन्ना, पीडियाट्रीशियन

Posted By: Inextlive