RANCHI : चान्हो ब्लॉक के ओपा स्थित प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय की प्रभारी प्रिंसिपल हेलेन केरकेट्टा का नाम आदर्श शिक्षक अवार्ड की सूची से अंतिम क्षणों में हटा लिया गया है। शुक्रवार को जैक सभागार में आयोजित होनेवाले राज्यस्तरीय सम्मान समारोह में उन्हें यह सम्मान राज्य सरकार की ओर से दिया जाना था। आई नेक्स्ट के शुक्रवार के अंक में 'आ‌र्म्स एक्ट में जेल गई, सरकार आज देगी सम्मान' हेडिंग से खबर प्रकाशित होने और दागी होने की सूचना जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय को मिलने के बाद हेलेन केरकेट्टा का ना सम्मानित होनेवाले शिक्षकों की सूची से हटाया गया।

जबरन प्रभारी प्रिंसिपल बनी

जिला शिक्षा अधीक्षक को भेजे गए एक पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि हेलेन केरकेटटा का नाम वरीयता सूची में नीचे है, फिर भी विद्यालय के सीनियर टीचर्स को डरा-धमका कर जबरन प्रभारी प्रिंसिपल बनी हुई हैं। प्रभारी प्रिंसिपल के पद पर काबिज होने के बाद से विद्यालय की सारी संचिका, पंजी, वेतन पंजी, इत्यादि को विद्यालय की आलमीरा से अपने कब्जे में कर लिया है। इस संबंध में अगर कोई जानकारी लेना चाहता है तो उसे जान से मार देने की धमकी दी जाती है।

डराने-धमकाने का आरोप

हेलेन केरकेट्टा और देव कुमार पांडेय द्वारा स्कूल में किए जा रहे घपले के मामले का खुलासा करने के मकसद से डीएसई को भेजे पत्र में कहा गया है किदेवकुमार पांडेय अपनी पत्‍‌नी हेलेन केरकेटटा के साथ स्कूल में पोस्टेड अन्य टीचर्स और बच्चों का डराते-धमकाते रहते हैं। उनलोगों के साथ अपमान जनक टिप्पणी पेश की जाती है।

एक हिस्ट्रीशीटर को सरकार ने बनाया शिक्षक

एक शिक्षक का काम बच्चों को सही राह दिखाना है। लेकिन, हिस्ट्रीशीटर अगर शिक्षक बन जाए तो बच्चों को कैसी शिक्षा मिलती होगी, आप खुद सोच सकते हैं। चान्हो थाना एरिया के ओपा में स्थित प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय के शिक्षक देव कुमार पांडेय के खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं, फिर भी जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय की ओर से उन्हें शिक्षण कार्य का जिम्मा सौंपा गया है।

पत्नी ने ही खोला राज

मिली जानकारी के मुताबिक, चान्हो ब्लॉक के ओपा स्थित प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय की प्रभारी प्राचार्या हेलेन केरकेट्टा का जब किसी मुद्दे पर पति देव कुमार पांडेय से विवाद हुआ तो उसने अपने पति के अपराध में लिप्त होने का राज वरीय पुलिस अधिकारियों के पास खोल दिया। उसने यहां तक कह दिया कि उसे अपने पति से ही जान-माल का खतरा है। उस स्कूल में कार्यरत शिक्षकों ने मानव संसाधन विभाग की सचिव आराधना पटनायक को भी पत्र भेजकर इस मामले की जानकारी दी थी।

किस-किस थाना में एफआईआर

कोतवाली थाना में कांड संख्या-251/08 के तहत आ‌र्म्स एक्ट, जगन्नाथपुर थाना कांड संख्या 60/87, 60/88 आ‌र्म्स एक्ट, चान्हों थाना कांड संख्या-10/87 आ‌र्म्स एक्ट, कोतवाली कांड संख्या- 530/88, भादवि 376, कुडू कांड संख्या- 91/96 भादवि 302, 379, 120बी, कांके कांड संख्या 42/2009(जीआर-2177/09) भादवि 420, 420बी, 307, 120 बी के तहत दर्ज है।

पोस्टिंग स्कूलों में, जमे हैं डीएसई ऑफिस में

मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव को लिखे गए पत्र में बताया गया है कि रांची के जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में अवैध रूप से अशोक प्रसाद सिंह व ओम प्रकाश उपाध्याय कार्यरत हैं, जबकि अशोक प्रसाद सिंह की पोस्टिंग सिल्ली लोटा के राजकीय मध्य विद्यालय तथा ओमप्रकाश उपाध्याय की पोस्टिंग राजकीय मध्य विद्यालय मधुकम में है। जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में वर्षो से अवैध रूप से जमे इन लोगों को क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी शिव चरण मरांडी ने इरफान अली, अशोक प्रसाद सिंह, ओम प्रकाश उपाध्याय और पंचानंद राय को दो फरवरी, 2015 को अपने स्कूलों में पदस्थापित करने का आदेश जारी किया था।

Posted By: Inextlive