अलकायदा की धमकी के बाद यूपी के स्टेशनों में हाई अलर्ट
ट्रैक उखाड़ने की धमकी के बाद देश की खुफिया एजेंसियां अलर्ट
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KANPUR: आतंकी संगठन अलकायदा ने तीन दिन पहले सीआरपीएफ के सेंट्रल ऑफिस में एक पत्रिका भेजी है। जिसको पढ़ने के बाद सीआरपीएफ ने अपनी एक गोपनीय रिपोर्ट देश की सुरक्षा एजेंसियों और रेलवे बोर्ड को भेजी है। जिसके मुताबिक आतंकी संगठन अलकायदा ने 'इंस्पायर ट्रेन डिरेल ऑपरेशन' नामक एक पत्रिका जारी की है। जिसमें उसने उत्तर प्रदेश समेत देश में कई जगह रेलवे ट्रैक को ध्वस्त करने की धमकी दी है। आतंकी संगठन के मंसूबों को देखते हुए पूरे देश में सभी रेलवे जोन के अधिकारियों ने हाई अलर्ट जारी कर सिक्योरिटी को टाइट करने के निर्देश जारी किए हैं। यूपी के एडीजी रेलवे बीके मौर्या ने यूपी के सभी रेलवे स्टेशनों में हाई अलर्ट जारी करते हुए सर्तक रहने के आदेश राजकीय रेलवे पुलिस अधिकारियों को दिए हैं।
यूपी में रेलवे ट्रैक की 24 घंटे निगरानी
यूपी में रेलवे ट्रैक की 24 घंटे निगरानी और पेट्रोलिंग के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन और आसपास का एरिया सबसे ज्यादा संवेदनशील है। ऐसे में यहां सुरक्षा के त्रिस्तरीय इंतजाम किए गए हैं। एडीजी रेलवे यूपी बीके मौर्या ने बताया कि आतंकी धमकी के बाद सभी एडीजी को लेटर लिखकर स्टेशनों और आउटर की निगरानी जिला पुलिस से कराने का आदेश जारी करने का आग्रह किया है। जिससे आतंकी अपने मंसूबों में सफल न हो सकें। साथ ही यूपी के सभी रेलवे मंडल व जोन के राजकीय पुलिस अधिकारियों को ट्रेनों की औचक चेकिंग का आदेश दिया हैं।
पिछले वर्ष पुखरायां में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। जिसमें 150 यात्रियों की जान गई थी। इस दुर्घटना में आतंकियों के संलिप्त होने की बात एटीएस ने कही थी। जिसकी जांच एटीएस कर रही है। दुर्घटना को एक साल से अधिक समय हो गया है लेकिन अभी तक इस हादसे की रिपोर्ट नहीं आई है। एटीएस के मुताबिक बिहार से पकड़े गए दो आतंकियों ने इस घटना को बम से अंजाम देने की बात कबूल की थी।
एनसीआर में विशेष नजर
एडीजी के मुताबिक कानपुर के आसपास लगभग एक से डेढ़ वर्ष पहले कुछ हादसे हुए थे। जिसमें आतंकी गतिविधियां होने की बात सामने आई थी। ऐसे में एनसीआर जोन के राजकीय रेलवे पुलिस अधिकारियों को हाई अलर्ट में रहने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि स्टेशनों व आउटरों में जीआरपी व आरपीएफ की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। वहीं आउटर के बाद रेलवे ट्रैक की सुरक्षा जिला पुलिस के जिम्मे दी गई है।