मायावती के बयान से इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता नाराज

उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले एक बार फिर पश्चिम में खंडपीठ के मुद्दे को हवा दिए जाने पर अधिवक्ताओं ने नाराजगी जताई है। खंडपीठ मसले पर मायावती के बयान पर सोमवार को हाईकोर्ट बार ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई।

राजनीतिक लाभ के लिए बयान

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने कहा कि मायावती का बयान प्रदेश में चुनाव को देखते हुए अपने राजनीतिक लाभ के लिए दिया गया है। बार इसका विरोध करती है। क्योंकि यह बयान न्यायपालिका को कमजोर करने वाला है। मायावती के विरोध में वकीलों ने हस्ताक्षर कर बार को ज्ञापन भी सौंपा। बार के सचिव सुरेश चंद्र पाण्डेय व संयुक्त सचिव प्रेस आशीष कुमार मिश्रा ने भी कहा कि हाईकोर्ट के विभाजन की बात बर्दाश्त नहीं की जा सकती। अधिवक्ता समाज को दिशा व दशा अच्छी तरह बदलना आता है। बार की ओर से कहा गया कि ग्राम न्यायालयों की स्थापना एवं जजों के रिक्त पदों को भरने का जब तक प्रयास नहीं किया जाएगा तब तक लोगों को सस्ता एवं सुलभ न्याय मिल पाना मुश्किल है।

बार के पदाधिकारियों ने कहा कि यह बड़ा दु:खद है कि मात्र राजनैतिक स्वार्थ के लिए कुछ स्वार्थी राजनेता अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस प्रकार का अनर्गल बयान दे रहे हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंगला प्रसाद त्रिपाठी, पंकज कुमार उपाध्याय, यूएस तिवारी, एसएस तिवारी, राहुल पांडेय आदि सैकड़ों अधिवक्ताओं ने इस पर विरोध जताया।

Posted By: Inextlive