- उत्तराखंड के काशीपुर में लगने वाले चैती मेले से लौट रहे थे होटल कारोबारी व अन्य

- सूचना के डेढ़ घंटे बाद पहुंची फायर बिग्रेड, लोगों ने पाया आग पर काबू

बरेली/मीरगंज : शाही थाना क्षेत्र के दोंद आलमपुर गांव के निकट सहोड़ा-सिधौली मार्ग पर फ्राइडे सुबह हाईटेंशन लाइन से एक डीसीएम जल गई, जिसमें सवार एक की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 10 अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए. उत्तराखंड के काशीपुर में लगने वाले चैती मेले से होटल का सामान लादकर सूरज यादव व चैतू यादव लौट रहे थे. परचई के धर्मपाल का डीसीएम थी, जिसे उनका बेटा वीरेंद्र चला रहा था. डीसीएम में सवार अधिकांश लोग भी इसी गांव के थे, जो होटल में काम करते थे. ड्राइवर ने जैसे ही पेड़ से बचाने के लिए डीसीएम को साइड करके निकलना चाहा तभी ऊपर से गुजर रही एचटी लाइन से डीसीएम टच हो गई और आग आग लग गई. डीसीएम में आग लगने की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन डीसीएम में भरे हुए गैस सिलेंडर लदा होने से पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे.

पेड़ से बचने में हुआ हादसा

आंधी में झुके पेड़ से बचने के चक्कर में डीसीएम हाईटेंशन लाइन से टच हो गई, जिससे उसमें आग लग गई. वाहन में सवार लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई. हादसे में डीसीएम में लदे बाइक, सिलिंडर व अन्य सामान जलकर राख हो गया. सूचना के डेढ़ घंटे बाद फायर बिग्रेड पहुंची, तब तक ग्रामीण आग पर काबू पा चुके थे. घटना के समय वाहन में करीब डेढ़ दर्जन लोग सवार थे.

सिलिंडर से भड़की आग

लोगों के मुताबिक डीसीएम में सिलिंडर लदे हुए थे, जिससे आग और भड़क गई. थोड़ी देर बाद जब सिलिंडरों की गैस खत्म हुई तब ग्रामीण पं¨पग सेट चालू कर आग बुझाई. डीसीएम में रखे 5 सिलेंडर, बाइक, बर्तन व अन्य सामानों के साथ लेबर के सात लाख रुपए भी जलकर राख हो चुके थे. कुछ लोग इसे दस लाख बता रहे हैं.

यह लोग झुलसे

हादसे में झुलसने से लखनऊ निवासी पिंटू (35) की मौके पर ही मौत हो गई. सूचना पर थाना प्रभारी शाही अर¨वद सिंह चौहान भी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में मदद की. डीसीएम ड्राइवर वीरेंद्र, होटल मालिक सूरज यादव, ¨पटू यादव, संतोष, इंद्रपाल, हुलासी, प्रेमपाल, दिनेश, परमानंद, इंद्रवल आदि झुलस गए. संतोष निवासी बाराबंकी, जगदीश, मुरारी, निवासी परचई एवं इंद्रपाल निवासी पनबढ़यिा, थाना फतेहगंज घायल हो गए. पुलिस ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को हॉस्पिटल भेज दिया है.

वर्जन

आंधी के कारण पोल झुक गए थे, और तार भी ढीले होकर लटक रहे थे. चूंकि तार कहीं से टूटा नहीं था, इसलिए सप्लाई चल रही थी. सुबह 07.20 बजे फीडर गिरा तो पता चला कि कहीं फाल्ट हुआ है. लाइन स्टाफ को फाल्ट तलाशने भेजा तो पता चला कि हादसा हो गया है. इसमें विद्युत विभाग का कोई दोष नहीं है.

योगेंद्र सिंह चौहान, एसडीओ

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पहले भी हुए हादसे

29 जनवरी 2019- हरुनगला स्थित क्रिस्टल कॉलोनी में पोल हटाते समय करंट लगने से तीन मजदूरों की मौत

27 अक्टूबर 2018- दुर्गानगर में एचटी लाइन की चपेट में आने से राजमिस्त्री की मौत

24 फरवरी 2018- जगतपुर में एचटी लाइन से सरिया छूने से किशोर की गई जान

Posted By: Radhika Lala