-सिगरा के लल्लापुरा में मनबढ़ मनचलों ने घर में घुसकर हिना संग की थी छेड़खानी, विरोध करने पर जान से मारने के लिए लगाई थी आग

-मंडलीय हॉस्पिटल में चल रहा था इलाज, शुक्रवार को तोड़ दिया दम, परिवार ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

-गिरफ्तार आरोपियों पर दर्ज की गई रिपोर्ट हत्या में हुई कनवर्ट

VARANASI : क्8 दिसम्बर को सिगरा के लल्लापुरा में मनबढ़ मनचलों का शिकार हुई हिना ने आखिरकार मौत के आगे हार मान ली। हिना ने शुक्रवार की सुबह सात बजे मंडलीय हॉस्पिटल के बर्न वॉर्ड में आखिरी सांस ली। हिना की मौत की खबर लगते ही पुलिस व प्रशासनिक अमला फास्ट हो गया और तत्काल सिगरा थाने समेत हॉस्पिटल में फोर्स बढ़ा दी गई। दोपहर बाद हिना के लाश के पोस्टमार्टम के बाद उसकी बॉडी को पुलिस की मौजूदगी में सुपुर्द ए खाक किया गया। वहीं हिना संग दरिंदगी करने वाले आरोपी बाबूदान, गब्बू व पप्पू पर लगाई गई छेड़खानी की धारा फ्भ्ब् (क) और फ्ख्म् को इस मौत के बाद हत्या की धारा फ्0ख् में कनवर्ट कर दिया गया है। तीनों आरोपी जेल में हैं।

आरोप अस्पताल पर

बता दें कि लल्लापुरा की हिना (बदला हुआ नाम) के साथ क्8 दिसम्बर को उसके घर के बाहर पानी भरते वक्त इलाके के गब्बू, पप्पू और बाबूदान ने छेड़खानी शुरू कर दी थी। हिना ने इसका विरोध किया तो इन दरिंदों ने उसपर मिट्टी का तेल डालकर उसकी बॉडी में आग लगा दी थी। तभी से उसका इलाज मंडलीय अस्पताल में चल रहा था। यहां शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई। बेटी की मौत के बाद पीडि़त परिवार के लोगों ने हॉस्पिटल प्रशासन पर हिना के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि लाख मना करने के बाद भी वर्न वॉर्ड में लोगों के आने का सिलसिला जारी था। जिसके कारण हिना को इंफेक्शन हुआ और उसने दम तोड़ दिया।

सामाजिक संस्थाएं आई आगे

हिना के साथ हुई इस घिनौनी वारदात के विरोध में व उसे न्याय दिलाने के लिए कई सामाजिक संस्थाएं व पॉलिटिकल पार्टियां पीडि़त परिवार के साथ आ खड़ी हुई हैं। इनमें आम आदमी पार्टी, सार्क, मानवाधिकार जननिगरानी समिति समेत कई और संस्थाएं हैं। शुक्रवार को हिना की मौत की खबर लगते ही इन संस्थाओं से जुड़े लोग हॉस्पिटल पहुंच गए। इन्होंने हिना को न्याय व उसके आरोपियों को सजा दिलाने तक डेली सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का फैसला लिया है जिससे कि आरोपी बचकर न निकल सकें।

आजम भी ले चुके हैं मामले को संज्ञान में

हिना के साथ हुई घटना को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां के साथ ही सेंट्रल गवर्नमेंट का गृह मंत्रालय भी अपने संज्ञान में ले चुका है। आजम खां ने पीडि़त से मुलाकात कर मामले की खुफिया जांच कराने का आश्वासन दिया था। जबकि गृह मंत्रालय ने पीएम के संसदीय क्षेत्र में इस तरह की घटना होने पर प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई थी।

पुलिस अब भी कर रही है प्रताडि़त

हिना की मौत के लिए जितने जिम्मेदार तीनों आरोपी हैं उतनी ही जिम्मेदार पुलिस है। ये आरोप है हिना के भाई का। हिना के भाई का आरोप है कि खासतौर पर लल्लापुरा पुलिस चौकी इंचार्ज उसे और उसके पूरे परिवार को प्रताडि़त कर रहे हैं और अभी भी उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर केस वापस लेने के लिए प्रेशर बना रहे हैं। हिना के भाई का यह भी आरोप है कि छेड़खानी को लेकर कई बार लल्लापुरा चौकी इंचार्ज से कम्प्लेन की गई लेकिन उन्होंने एक न सुनी और उसकी बहन दुनिया से रुखसत हो गई।

Posted By: Inextlive