'हिंद-अफगान दोस्ती' का प्रतीक बनाकर अफगानिस्‍तान की सरकार ने राजधानी काबुल में एक बड़ा झंडा फहराया है. इस झंडे को अफगान और हिंदुस्‍तान के बीच दोस्‍ती का प्रतीक माना जा रहा है.

झंडे की क्या है खासियत
काले, लाल और हरे रंग का यह झंडा 97 फुट लंबा और 65 फुट चौड़ा है. यह स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से भी ऊंचा है. इसे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हाल में अपने अफगानिस्तान दौरे के वक्त राष्ट्रपति हामिद करजई को भेंट किया था.
इस झंडे का है खास नाम
इस झंडे को काबुल की ऐतिहासिक वजीर अकबर खान पहाड़ी पर फहराया गया है. इसे 'मेनारा बायराक' नाम दिया गया है. इस मौके पर स्वराज ने कहा कि भारत इसे अखंड और स्वतंत्र अफगानिस्तान का मानता है. उन्होंने उन अफगान नागरिकों, मुजाहिदीनों और सैनिकों की सराहना की, जिन्होंने इस देश के निर्माण के लिए कुर्बानी दी है.
2 करोड़ रुपये के झंडे को दिया तोहफे में  
भारत की विदेश मंत्री ने वजीर अकबर खान पहाड़ी के विकास के लिए अफगान सरकार को 10 लाख डॉलर की मदद का वादा किया है. बिजनेसमैन नवीन जिंदल की संस्था फ्लैग फाउंडेशन ने दो करोड़ रुपये के इस झंडे को तोहफे के तौर पर दिया है.

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Posted By: Ruchi D Sharma