क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ:मंगलवार को मुरी स्थित हिंडाल्को कास्टिक तालाब हादसे के बाद सरकार ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की है. फैक्ट्री पूरी तरह बंद कर दी गई है. सरकार के आदेश पर झारखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने कंप्लीट क्लोजर का आदेश जारी कर दिया है. बोर्ड ने ¨हडाल्को का सीटीओ कैंसिल कर तमाम बिंदुओं पर कंपनी को शो-कॉज किया है.

जांच में क्या पाया गया

मामले की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि ¨हडाल्को का फोकस उत्पादन पर अधिक और तय सुरक्षा के मानकों पर कम था. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने प्लांट के निरीक्षण के क्रम में पाया कि फिलहाल इंडस्ट्री के पास बाक्साइट के रेड मड के डिस्पोजल की कोई व्यवस्था नहीं है. जबकि कंपनी को भारत सरकार से इस संदर्भ में ही ईसी मिला था. उसी के आलोक में फरवरी 2018 में कंपनी को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने सहमति पत्र जारी किया था, जिसे बुधवार को कैंसिल कर दिया गया. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंपनी को वाटर एवं एयर प्रदूषण एक्ट के तहत शो-कॉज भी किया है.

डिजायन करने वाले प्रोफेसरों को भी नोटिस

प्रदूषण बोर्ड ने सेंटर बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआइ) रुड़की के प्रोफेसरों को भी नोटिस किया है. यहां से जुड़े प्रोफेसर डीएन सिंह और शरद बोस ने रेड मड पाउंड का डिजायन तैयार किया था. इसके अलावा पूरे मामले की जांच के लिए बोर्ड ने एक टेक्निकल टीम का गठन किया है.

कमिश्नर की रिपोर्ट का इंतजार

राज्य सरकार ने हादसे के बाद जांच कमिटी का गठन किया है. मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने रांची की आयुक्त शुभ्रा वर्मा को जांच का आदेश दिया है. उन्होंने मंगलवार को मुरी का दौरा किया है. जल्द ही वह अपनी रिपोर्ट सौंप देंगी.

Posted By: Prabhat Gopal Jha