हिन्दुस्तानी एकेडमी के अध्यक्ष ने विश्व हिन्दी सम्मेलन के अनुभवों को किया साझा

ALLAHABAD: मारीशस के पोर्टलुई में 18 से 20 अगस्त के बीच हुए 11वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में भारतीय संस्कृति का डंका जमकर बजा है। इस सम्मेलन में शामिल होकर लौटे हिन्दुस्तानी एकेडमी के अध्यक्ष डॉ। उदय प्रताप सिंह ने वेडनेसडे को मीडिया के साथ बातचीत में कार्यक्रम के अनुभव एवं उपलब्धियों को साझा किया। उनके साथ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हिन्दी विभाग में नव नियुक्त प्रोफेसर योगेन्द्र प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।

हिन्दी के विकास के लिए प्रस्ताव

अध्यक्ष डॉ। उदय प्रताप सिंह ने बताया कि सम्मेलन में यूपी हिन्दी संस्थान के अध्यक्ष सदानंद प्रसाद गुप्त, यूपी भाषा संस्थान के अध्यक्ष डॉ। राजनारायण शुक्ला, हिन्दुस्तानी एकेडमी समेत अन्य के अध्ययन मंडल ने प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। इस प्रतिनिधिमंडल ने वहां हिन्दी के विकास के लिए 100 महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे, जिसे अनुमोदित किया गया। एकेडमी अध्यक्ष ने बताया कि यह तय किया गया है कि मॉरिशस के हिन्दी बाल साहित्य का प्रकाशन हिन्दी संस्थान द्वारा किया जाएगा।

सामुदायिक रेडियो के चलन पर जोर

उन्होंने बताया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की इच्छा थी कि चार महत्वपूर्ण बोलियों की संस्कृति को कैसे विकसित किया जाए? इस बात को समझा जाए। बताया कि सम्मेलन में इस बात पर जोर दिया गया कि क्षेत्रीय भाषाओं के प्रचार प्रसार के लिए सामुदायिक रेडियो के चलन पर जोर दिया जाए। उन्होंने बताया कि वहां हिन्दी के विकास क्रम को आगे बढ़ाने के लिए अलग से विश्व हिन्दी सचिवालय की स्थापना की गई है। जानकारी दी कि वह जल्द ही प्रदेश सरकार के सामने प्रस्ताव रखेंगे कि इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ मेला में मारीशस की प्रतिभागिता को भी सुनिश्चित किया जाए।

Posted By: Inextlive