- होली फायरव‌र्क्स से गुलजार है मार्केट, डिमांड बढ़ी

- चाइनीज पिचकारियों से भरा है बाजार

- कार्टून कैरेक्टर, मूवीज के नेम से कलर्स अवलेबल

- चीटिंग पिचकारी के लिए क्रेजी हुए बरेलियंस

BAREILLY: कोई भी फेस्टिवल हो बरेलियंस उसे कलरफुल बना ही देते हैं। वहीं जब कलरफुल बनाने का मौका और दस्तूर दोनों हो तो फिर क्या कहनाकुछ इसी अंदाज में बरेलियंस के साथ मार्केट का मिजाज भी रंगों से सराबोर हो गया है। सिटी के डिफरेंट एरियाज की शॉप्स पर डिफरेंट वैराइटी और मॉडल्स की पिचकारियां सज गई हैं। साथ ही मार्केट भी रंगों से गुलजार हैं। क्00 से अधिक वैराइटी की चाइना मेड पिचकारियां पूरे बाजार पर कब्जा किए हुए हैं। ज्यादातर लोग म्यूजिकल, कार्टून कैरेक्टर और चीटिंग पिचकारियों को खरीद रहे हैं। शॉपकीपर्स की मानें तो सिटी में होली के मौके पर क्0 करोड़ रुपए तक के कारोबार होने की संभावना है।

डिफरेंट्स नेम्स से अवलेबल हैं कलर्स

होली के मौके पर मार्केट करीब एक हफ्ते पहले से ही रंगीन हो गया था। लोग रिलेटिव्स को बाई पोस्ट कलर्स भेजने के साथ फैमिली के लिए भी कलर्स परचेज करना स्टार्ट कर दिए हैं। शॉपकीपर्स ने बताया कि लोगों में जोकर, तोता-मैना, रंगीला, फ्जी, डक, दुल्हन, तरंग, गुग्ली, बॉलीवुड, चुनमुन, टेलीफोन, डोरेमॉन, ख्ब् कैरेट, अप्पू, ग्रीन ब‌र्ड्स और श्री गनेश नाम के कलर्स की जबरदस्त डिमांड है।

कलर फायरव‌र्क्स की डिमांड

सिटी में पहली बार होली का त्योहार दीवाली की तरह सेलीब्रेट किया जाएगा। बरेलियंस आसमान को कलरफुल बनाने के लिए इन फायरवकर््स को जमकर खरीद रहे हैं। सिटी के मार्केट डिफरेंट वैराइटी के रॉकेट, अनार और चटाई से गुलजार हैं। फायरव‌र्क्स में रॉकेट जलाने पर ज्यादा हाइट तक नहीं जाता, लेकिन थोड़ा ऊपर जाने पर जब फूटता है तो इसके अंदर से रंगों भरा गुलाल बिखर जाता है। चटाई को जलाने पर डिफरेंट रंगों से रंगोली बन जाती है। वहीं अनार को जलाने पर यह हल्का धुंआं छोड़ता है और चिंगारी फेंकने के बजाय डिफरेंट कलर्स के गुलाल फेंकता है। शॉपकीपर्स की मानें तो डिमांड के चलते इस आइटम को दोबारा मंगाया गया।

पिचकारियों से गुलजार है बाजार

होली का नाम सुनते ही दिमाग में सबसे पहले पिचकारियां नजर आने लगता हैं। इन दिनों मार्केट में सौ से अधिक डिजाइंस की पिचकारियां अवलेबल हैं। ट्रेडिशनल डिजाइंस के साथ ही बच्चों के फेवरिट कार्टून सुपरस्टार कैरेक्टर्स को भी जगह मिल गई है। इसमें फिश, स्पाइडर मैन, छोटा भीम, अवतार, वेंडेटा, बैटमैन, डायनोसोर, डोरेमॉन, गन पिस्टल, रैंजर, एके ब्7 व अन्य हैं। दूसरी ओर सेल से चलने वाली इलेक्ट्रॉनिक पिचकारियां भी अवलेबल हैं। इसमें बटन पुश करने पर कलरफुल लाइट्स के साथ पिचकारी में भरा हुआ कलर निकलता है। कार्टून डिजाइंस होने के कारण यह बच्चों को खूब पसंद आ रही हैं।

चाइना ब्रांड की पिचकारियों से मार्केट फुल

सिटी के बानखाना, कुतुबखाना, किला रोड, मूंगफली चौराहा, शहामत गंज, सिविल लाइंस, चौपुला और डीडी पुरम के शॉपकीपर्स की मानें तो पिचकारी का मार्केट इन दिनों चाइना मार्केट में तब्दील हो गया है। पिचकारी के साथ चाइनीज कलर्स भी मार्केट में पैठ बना चुके हैं। कस्टमर्स ने बताया कि होली के मौके पर परचेज किए जाने वाले आइटम्स यूज एंड थ्रो होते हैं। इसलिए होली के मौके पर नया परचेज कर लेते हैं। आइटम मंहगा हो या सस्ता बच्चे तोड़ देते हैं। इसलिए कम दामों के डिजाइनर आइटम को ज्यादा प्रिफर किया जाता है।

चीटिंग पिचकारी बनाएगी फूल

होली की बौझार से सराबोर करने के लिए लोग बहाने तो जरूर बना रहे होंगे। अगर कोई बहाना नजर नहीं आ रहा हो तो बाजार का रुख कीजिए। क्योंकि सिटी में इस बार नए लुक की चीटिंग पिचकारी लोगों को खूब अट्रैक्ट कर रही हैं। इसमें चैनल माइक, डॉल, डोरेमॉन, टार्च, रैंजर्स, मिस यू जैसे कई पिचकारियां हैं। जो आपके इरादों को तो अंजाम तक पहुंचाने साथ स्मार्ट भी बना देंगी।

कलर्स, फायरव‌र्क्स और पिचकारी की प्राइस

मार्केट में गुलजार कलर और पिचकारी कई सारे रेंजेज में अवलेबल हैं। कलर्स की रेंज बीस रुपए से शुरू होकर दो हजार रुपए प्रति किलो तक है। वहीं पिचकारियों की वैराइटीज भ्0 रुपए से क्000 रुपए तक है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक पिचकारी की कीमत ख्00 से म्00 रुपए की रेंज में है। जबकि होली फायरव‌र्क्स की प्राइस ब्भ्0 से क्भ्00 की रेंज में हैं। चीटिंग पिचकारी छोटी जरूर है, लेकिन साइज के हिसाब से प्राइस मंहगा है।

- मंहगी पिचकारियों को बच्चे तोड़ देते हैं, लेकिन उनकी पसंद डिजाइनर ही होती है। इसलिए चाइनीज पिचकारी प्रिफर करना बेटर ऑप्शन है।

सुनीता, कस्टमर

- मार्केट में जितनी भी पिचकारियों की वैराइटी अवलेबल है वह सब चाइना की हैं। कस्टमर इन्हें काफी पसंद करते हैं, इसलिए शॉपकीपर्स भी इन्हें ही मंगाते हैं।

सुमित, शॉपकीपर

- इस बार मार्केट में किसी पॉलीटिकल पार्टी या लीडर के नाम पर रंग या पिचकारी नहीं आई है। जिनके पास पुराना माल होगा वहां शायद मिल जाए। लास्ट इयर काफी आइटम पॉलीटिक्स रिलेटेड थे।

गुलशन दुआ, शॉपकीपर

- सिटी में पहली बार होली फायरव‌र्क्स मंगाए गए हैं। लोगों में इसकी और चीटिंग पिचकारियों की खूब डिमांड है। हर साल कोई न्यू आइटम मंगाया जाता है।

संजीव अग्रवाल, शॉपकीपर

लास्ट इयर इलेक्ट्रॉनिक पिचकारी मंगाई थी, लेकिन ज्यादा सेल नहीं हुई। होली के मौके पर लोग यूज एंड थ्रो आइटम ज्यादा प्रिफर करते हैं। इसलिए मंहगे आइटम कम ही परचेज करते हैं।

आशीष, शॉपकीपर

Posted By: Inextlive