होली के रंगों का पर्व है। पाकिस्तान की हो या फिर सात समुंदर पार अमेरिका होली हर जगह धूमधाम से मनाई जाती है। हर देश इस रंग में रंगने को बेताब दिखाई देता है। होली भारत का सबसे लोकप्रिय पर्व है। पूरी दुनिया होली की दीवानी होती जा रही है। भारत के अलावा विदेशों में रहने वाले लोग भी इस पर्व को बड़े चाव से मनाते हैं। देश के साथ दुनिया के कई हिस्सों में होली को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हम आप को आज उन देशों के बारे में जहां रंगों का यह त्योहार पूरी परंपरा के साथ मनाया जाता है।


गुआना की होलीसाउथ अमेरिका के उत्तर पूर्वी तट पर स्थित गुआना एक छोटी सी जगह है। जहां होली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। होली की हर परंपरा का यहां पालन होता है। होलिका दहन में बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेते हैं। होली गायन की विशेष परंपरा निभाई जाती है। होलिका दहन के बाद सभी एक दूसरे को गले मिलकर होली की शुभकामनाएं देते हैं। यहां बकायदा रंगों और गुलाल के साथ होली खेली जाती है। होली की मस्ती में डूबने के लिए लोगों को छुट्टी भी दी जाती है। इस देश में भारतियों की आबादी 33प्रतिशत के आसपास है। होली के वक्त हिंदु परिवारों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।साउथ अफ्रीका की होली


साउथ अफ्रीका में हिंदुओं की आबादी काफी अधिक है इसलिए यहां होली काफी धूम-धाम से मनाई जाती है। होली की तो बात ही निराली होती है। हिंदुओं के अलावा साउथ अफ्रीकन भी इस पर्व में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। होली जलाई जाती है खूब नाच गाना होता है। कई स्थानों पर होली के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की भागेदारी होती है। रंगों से जमकर होली खेली जाती है। जिसमें साउथ अफ्रीकन भी पीछे नहीं रहते। अपने दोस्त और जानकारों के अलावा वह आते-जाते लोगों पर भी रंग डाल देते हैं। यहां रंग खेलने की धूम भारत से कम नहीं होती। हिंदुओं की आबादी अधिक होने के कारण साउथ अफ्रीका के बड़े हिस्से में दिखाई देती है होली की धूम। स्थानीय नागरिक भी बढ़-चढ़ कर खेलते हैं होली।ब्रिटेन में होलीयूके में हर्षोल्लास के साथ होली का त्योहार मनाते हैं। रंगों का यह पर्व यूके वासियों के लिए आकर्षण का विषय होता है। वहां के लोग हिंदुओं को यह त्योहार मनाते देख उल्लास से भर जाते हैं। हिंदुओं के साथ बड़ी संख्या में वहां के नागरिक होली का त्योहार मनाते हैं। होली जलाने के बाद होली की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान होता है। गुजियाएं खिलायी जाती हैं। इसके बाद रंगों की होली खेली जाती है। ब्रिटेन के लोग भी अपने हिंदु दोस्तों से चाव से रंगों को अपने ऊपर डलवाते हैं। ब्रिटेन के शहर लीसेस्टर में होली की सबसे अधिक धूम होती है। यहां जमकर होली खेली जाती है। जिसमें हिंदुओं के अलावा वहां के निवासी भी चाव से हिस्सा लेते हैं।नेपाल में होली

नेपाल में होली बेहद तड़क-भड़क और धूमधाम से मनाई जाती है। होली के एक हफ्ते बाद तक लोगों का होली खेलना जारी रहता है। एक हफ्ते पहले से ही इस त्योहार को लेकर तैयारियां शुरू हो जाती हैं। रंग और पिचकारियों की दुकानें सज जाती हैं। गलियों और सड़कों पर गुजरते लोग भी इससे नहीं बच पाते। नेपाल के बारे में कहा जा सकता है कि होली मनाने के मामले में यह भारत से जरा भी पीछे नहीं है। यहां का माहौल और हुड़दंग होली पर पूरी तरह भारत जैसा ही होता है। होली से पूर्व बांस के पोल पर कुछ कपड़े और झालरें बांधी जाती हैं। इस पोल को अच्छे भाग्य का प्रतीक मानते हुए सड़क पर लगाया जाता है। जिसकी लगातार पूजा होती है। होली की समाप्ति पर एक खास औपचारिक कार्यक्रम रखा जाता है, जिसमें इस पोल को आग लगा दी जाती है। इसके बाद ही होली समाप्त मानी जाती है।स्पेन में होली

भारत की तर्ज पर स्पेन में भी होली का त्योहार मनाया जाता है। फर्क बस इतना भर है कि स्पेन में होली अगस्त के महीने में मनाई जाती है। यहां स्पेन के लोगों ने ही इस पर्व की शुरूआत की है। स्पेन में टमाटीनो पर्व भी मनाया जाता है। जिसमें एक दूसरे पर टमाटर फेंके जाते हैं। होली पर स्पेन में जमकर हुड़दंग होता है। लोग सड़कों पर निकल आते हैं और खूब होली खेलते हैं। खासतौर पर युवा इस पर्व में शामिल होते हैं। यह बकायदा रंगों और गुलाल से खेली जाती है। जिसमें स्पेन की सड़कें रंग में रंग जाती हैं। कई बार तो बाॠलीवुड के सितारे भी शूटिंग के दौरान स्पेन की होली का मजा उठा चुके हैं।सूरीनाम देश छोटा पर होली बड़ी
साउथ अमेरिका के पूर्वोत्तर तट पर स्थित सूरीनाम नामक देश छोटा हैपर होली यहां बड़े स्तर पर मनाई जाती है। इस देश में हिंदु बड़ी संख्या में हैं। ऐसे में भारतीय त्योहारों की यहां धूम है। होली पर यहां के लोगों का उत्साह देखते ही बनता है। होली से जुड़ी हर परंपरा यहां भारतीय तर्ज पर पूरे चाव से निभाई जाती है। यहां कई दिनों पहले से ही होली की तैयारियां प्रारंभ हो जाती हैं। यहां रहने वाले अन्य लोग भी इन तैयारियों का हिस्सा बनते हैं। होलिका दहन के बाद जम कर नाच गाना होता है। सभी एक दूसरे को होली की बधाइयां देते हैं। होली से एक हफ्ते पहले अरंडी का पेड़ लगाने की परंपरा है जिसे होलिका दहन वाले दिन जलाया जाता है।International News inextlive from World News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra