-बम्हरौली से फाफामऊ जाने के लिए किया सड़क मार्ग का इस्तेमाल

-छुट्टी के समय जगह-जगह रोड ब्लाक किए जाने से छात्रों को हुई परेशानी

-शाम को फाफामऊ से तेलियरगंज के साथ शहर के तमाम हिस्सों में लगा जाम

ALLAHABAD: होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह का इलाहाबाद दौरा शहरियों के लिए जबरदस्त मुसीबतें लेकर आया। बड़ी प्राब्लम यह थी कि उनका पूरा मूवमेंट बाई रोड था जिस पर दिन में हेवी ट्रैफिक रहता है। स्कूलों के बंद होने के समय रोड ब्लाक कर दिए जाने से बच्चे घंटों लेट घर पहुंचे तो शाम को सरकारी दफ्तर बंद होने के बाद लोगों को घर पहुंचने में दुश्वारी हुई। जाम में फंसे लोग सिस्टम के साथ गृहमंत्री को बिना देखे कोसते दिखे। खास तौर से वे जिन्हें घर पहुंचने के लिए लम्बा चक्कर पैदल लगाना पड़ गया।

पूरे दिन रहा एक जैसा हाल

आम तौर पर शहर में स्कूलों की क्लोजिंग टाइमिंग डेढ़ से ढाई बजे के बीच है। संयोग से यही टाइमिंग गृह मंत्री के एक स्थान से दूसरे स्थान के लिए मूव करने की भी थी। होम मिनिस्टर विमान से दिन में क्.क्0 बजे बम्हरौली एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वह सड़क मार्ग से कटहुला आईटीबीपी सेंटर गए। यहां उन्हें एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग और मेस का इनॉगरेशन करना था। इसके बाद उन्हें फाफामऊ स्थित आरएएफ के कैंप पहुंचना था। यानी होम मिनिस्टर का रोड से पास होने का पूरा समय स्कूल छूटने के टाइम से टकरा गया। रास्ते में आलमोस्ट हर चौराहे को बंद कर दिया गया था। इसके चलते वे बच्चे भी जाम में फंस गए जिनकी होम मिनिस्टर के पास होने के पहले छुट्टी हुई थी और वे भी जिनकी बाद में हुई। इसी के चलते जाम का दायरा लम्बा होता चला गया।

कहां जा रहे हो, गृह मंत्री आ रहे हैं

बुधवार को दोपहर दो बजे के करीब म्योहाल से लेकर फाफामऊ तक पूरे पब्लिक ट्रांसपोर्ट चला तो सिर्फ पुलिसवालों के रहमो करम पर। जिसे मन में आया उसने पूरा रास्ता रोक दिया और जिसे मन में आया उसने गृह मंत्री की लोकेशन लेकर ट्रैफिक को पास कराया। पुलिस और पीएसी के जवान डंडा लेकर खड़े थे। करीब दो बजे सभी एलर्ट मोड में थे, जो भी जा रहा था उसे रोका गया। पूछा गया, कहां जा रहे हो। फिर, रूक जाओ होम मिनिस्टर आ रहे हैं।

पांच बजे के बाद बढ़ गई समस्या

दोपहर में दो बजे से लेकर पांच बजे तक जब तक होम मिनिस्टर फाफामऊ स्थित आरएफ क्0क् बटालियन में मौजूद थे, तब तक रास्ता ब्लॉक रहा। हजारों लोगों को परेशान होना पड़ा। शाम करीब पांच बजे जब होम मिनिस्टर का काफिला जिस रास्ते से गया था, उसी रास्ते से होते हुए वाराणसी की तरफ निकला। इसके बाद कॉमन मैन के लिए रास्ता खुला। इस वक्त तक सभी सरकारी दफ्तर बंद हो चुके थे। यानी हेवी ट्रैफिक सड़क पर था। सब जल्दी में थे। नतीजा चौतरफा जाम लग गया। फाफामऊ से लेकर तेलियरगंज के बीच तो पैदल चलना भी मुश्किल था। म्योहाल से लेकर पानी टंकी तक का यही आलम था। पानी टंकी के सामने ओवर ब्रिज पर वाहनों की लाइन लग गई थी।

हास्पीटल व बिल्डिंग का किया उद्घाटन

गृह मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को दिन में कटहऊला स्थित आईटीबीपी क्8 बटालियन के मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने नवनिर्मित प्रशासनिक भवन, अधिकारी मेस, आवास का उद्घाटन किया। इसके बाद वे शांतिपुरम फाफामऊ स्थित आरएफ के क्0क् बटालियन मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जवानों का उत्साह वर्धन करने के साथ ही नवनिर्मित क्0 बेड वाले हास्पीटल और मेस का उद्घाटन किया। इस दौरान डीजी आरएएफ प्रकाश मिश्रा और कमांडेंट दिनेश सिंह चंदेल भी मौजूद थे।

जवानों की शान में ये क्या बोल गए राजनाथ

देश में शांति की बहाली के लिए, उग्रवादी और आतंकवादी ताकतों को शिकस्त देने में अपनी जिंदगी को हथेली में लेकर यदि कोई अपने कदम आगे बढ़ाता है तो उस फोर्स का नाम है रैपिड एक्सन फोर्स। इसके बाद भी आरएएफ के जवानों ने अपने शहादत की कीमत कभी हिन्दुस्तान से नहीं मांगी। बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो समाज के लिए शहादत देते हैं। लेकिन, यह उम्मीद भी करते हैं कि बदले में समाज से हमें भी कुछ मिलेगा। शहादत के बदले कुछ न मांगने वाला यदि किसी बल का कोई जवान है तो हमारा सीआरपीएफ और आरएएफ का जवान और हमें इन पर नाज है।

Posted By: Inextlive