PATNA: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए डीएम ने बड़ी संख्या में ऐसी आशा कार्यकर्ताओं को सेवा से मुक्त कर दिया है, जो इसमें बाधा बन रही थीं। जिले की फ्0ब्फ् आशा कार्यकर्ताओं में से क्क्ब् आशा कार्यकर्ताओं को कर्तव्यहीनता और लगातार अनुपस्थित रहने के कारण डीएम ने चयन मुक्त कर दिया है। यानि अब क्क्ब् नई आशा कार्यकर्ता की बहाली हो सकेगी, जो पुरानी आशा कार्यकर्ताओं को हटाए बिना संभव नहीं था। अब पंचायत चुनाव के बाद इनकी बहाली की जाएगी। डीएम ने सिविल सर्जन और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से इन सभी के काम की जांच कराई थी, जिसके बाद ये फैसला लिया गया। चयन मुक्त होने वालों में सबसे ज्यादा मनेर की ख्क्, धनरुआ की क्म् और मसौढ़ी की क्फ् आशा कार्यकर्ता शामिल हैं।

क्यों हुई कार्रवाई?

-काम में इंटरेस्ट नहीं दिखा रही थीं

-कई आशा कार्यकर्ता गांव से बाहर रह रही थीं

-बार-बार चेतावनी के बावजूद पिछले साल कई आशा कार्यकर्ताओं ने एक भी प्रसव या ऑपरेशन नहीं कराया।

सिविल सर्जन और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अनुशंसा पर क्क्ब् आशा कार्यकर्ताओं को चयन मुक्त कर दिया गया है। इनके खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी। पंचायत चुनाव के बाद इनकी जगह नई बहाली की जाएगी।

-संजय कुमार अग्रवाल, डीएम, पटना

Posted By: Inextlive