कई सालों से विवादित जमीन का फैसला आखिरकार जामिया के हक में गया. जामिया मिल्लिया इस्‍लामिया अब इलाज के साथ-साथ मेडिकल की पढ़ाई में भी छात्रों को दक्ष करेगा.


खुलेगा मेडिकल कॉलेजजामिया के कुलपति प्रो तलत अहमद का कहना है कि जामिया अपने कैंपस में 300 बेड का हॉस्पिटल समेत मेडिकल कॉलेज बनायेगा. पदभार संभालने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब होते हुये प्रो अहमद का कहना था कि जामिया दुनिया के टॉप 10 में शामिल हो, जिसके लिये प्रशासनिक व रिसर्च के क्षेत्र में काम करने पर जोर रहेगा. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में 114 बीघा विवादित जमीन का फैसला जामिया के हक में किया है. फॉरेन यूनिवर्सिटीज के साथ करेंगे रिसर्च
कुलपति का मानना है कि इस फैसले से देश की एकमात्र सेंट्रल माइनोरिटी यूनिवर्सिटी को मेडिकल कॉलेज मिल सकेगा. इसके साथ ही कैंपस के आस-पास सघन आबादी में रहने वाले लोगों को अस्पताल की बेहतर सुविधा का लाभ मिल सकेगा. उनका मानना है कि रिसर्च से यूनिवर्सिटी को बेहतर मुकाम तो मिलता है साथ ही आम लोगों को भी फायदा मिलता है. कुलपति ने कहा हम फ्रांस, जर्मनी और यूके जैसे देशों की यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर रिसर्च कार्यक्रम शुरू करने पर काम करेंगे. इससे रिसर्च तकनीक में काफी सुधार होगा. वहीं नैनो टेक्नोलॉजी और थ्योरिटिकल फिजिक्स के अंदर जो रिसर्च चल रही है, उन्हें हम बेहतर तरीके से कर सकेंगे. अब कोई भी प्रोफेसर प्रशासनिक ड्यूटी 3 साल से अधिक नहीं संभालेगा. यह एक विशिष्ट सेंटर होगा, जिसमें स्टडी के दौरान भूगर्भ के कई राज सामने आयेंगे.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari