फायर ब्रिगेड ने रडार पर लिए 530 नर्सिग होम

किसी को नहीं मिली है फायर ब्रिगेड की एनओसी

Meerut : फायर विभाग ने बिना एनओसी चल रहे अस्पतालों व नर्सिग होम को रडार पर ले लिया है। मेरठ में 530 अस्पतालों का चयन करके उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी है। सीएफओ अजय शर्मा का कहना है कि मेरठ में 530 अस्पताल बिना फायर विभाग की एनओसी के चल रहे है। जिससे वहां पर आग की बड़ी घटना हो सकती है।

सब गोलमाल है

फायर विभाग की तरफ से जिले में 248 नर्सिग होम संचालकों ने एनओसी की बजाए फायर ब्रिगेड से एक साल की अवधि के लिए क्रियाशीलता प्रमाण पत्र ले रखा था। फरवरी 2018 के बाद फायर विभाग ने शासन के आदेशानुसार उसे देना बंद कर दिया है। अब किसी को क्रियाशीलता का प्रमाण पत्र नहीं दिया जाता है। अब सीधे फायर ब्रिगेड की एनओसी जारी की जाती है।

सिर्फ 15 पर एनओसी

सीएफओ के अनुसार जिले में कुल 15 नर्सिग होम संचालकों ने फायर ब्रिगेड से एनओसी ले रखी है, जबकि जिले के सभी नर्सिग होम व अस्पताल फायर ब्रिगेड की बिना एनओसी के चल रहे है।

एनओसी के नियम

- 3 पंप

- 1 लाख लीटर का टैंक,

- स्पिरिंग कलर सिस्टम,

फार्म

- छत से पूरी बिल्डिंग में पहुंचने वाला चार इंच मोटा पाइप

- हर स्टोरी पर हौज रील

- प्रत्येक स्टोरी पर फायर हाईड्रेंट

- प्रवेश और निकास के साथ इमरजेंसी द्वार

- चौड़ी सीढ़ी, पार्किंग जरूरी

- प्रोविजनल अनापत्ति प्रमाण पत्र

- नेशनल बिल्डिंग कोड वर्ष 2016 के मानक

- फाइनल अनापत्ति प्रमाण पत्र

- अस्पतालों में इमजेंरसी विंडो होनी चाहिए।

- फायर एग्जिट के संकेतक लगे हो।

- विद्युत चालित पंप व वेटराइजर

- प्राधिकरण से स्वीकृत मानचित्र के आधार पर भवन निर्माण।

530 को नोटिस जारी

अग्निशमन विभाग ने मेरठ जिले में 530 अस्पतालों व नर्सिग होम को चिह्नित करते हुए नोटिस तैयार किया है। नोटिस के जरिए उनसे नियमों को पूरा करने के निर्देश दिए जाएगें। सीएफओ अजय कुमार शर्मा का कहना है कि बगैर एनओसी अब अस्पताल चलाना संभव नहीं होगा।

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1321 नर्सिग होम व अस्पताल हैं मेरठ में

248 नर्सिग होम थे क्रियाशीलता प्रमाण पत्र के सहारे

15 नर्सिग होम ने ले रखी है एनओसी

Posted By: Inextlive