- वर्ष 2007 में बड़े तामझाम के साथ शुरू की गई थी गरीब अस्पताल की शुरूआत

- न दवा न चिकित्सक सिर्फ नाम का है गरीब अस्पताल

BARABANKI: गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं व इलाज उपलब्ध कराने के लिए खोला गया गरीब हॉस्पिटल स्वयं ही बीमार होकर आखिरकार बंद हो गया। नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष की ओर से शुरू कराए गए इस प्रयास की सराहना अब आलोचना में बदल गई है।

पांच साल पहले खुला था हॉस्पिटल

ज्ञातव्य है कि करीब पांच वर्ष पूर्व नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष हफीज भारती ने पीरबटावन स्थित गरीब हॉस्पिटल का शुभारंभ कराया था। वर्ष ख्007 में ईदगाह से सट्टी बाजार मार्ग पर स्थित परिषद के एक निर्मित भवन में गरीब अस्पताल की शुरुआत की गई। गरीब हॉस्पिटल खुलवाने का मकसद यह था कि गरीब परिवारों का मुफ्त इलाज हो और दवाएं उपलब्ध हो। बड़े तामझाम के साथ शुरू किए गए गरीब हॉस्पिटल के लिए शुरू में एक सरकारी चिकित्सक को बैठा दिया गया। इसमें प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का नाम हॉस्पिटल की सूची में दर्शाया गया। लेकिन धीरे-धीरे इस अस्पताल पर ग्रहण लगना शुरू हो गया। पहले डॉक्टर्स का आना बंद हो गया। बाद में दवाइयों का अभाव हो गया। यहां पर नगर पालिका में तैनात मात्र एक महिला कर्मचारी ने कुछ दिन तक यहां की देखभाल की। बाद में इस गरीब अस्पताल में ताला बंद हो गया है। पूर्व नपाप अध्यक्ष हफीज भारती कहते है कि गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए गरीब हॉस्पिटल खुलवाया गया था। इसे वर्तमान नगर पालिका प्रशासन को बेहतर ढंग से चलाना चाहिए था।

सीएमओ से करेंगे वार्ता : ईओ

इस संबध में नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी एसके सिंह का कहना है कि पुन: गरीब हॉस्पिटल का संचालन करवाया जाएगा। दवाइयों व चिकित्सक के लिए सीएमओ से भी हॉस्पिटल संचालन के लिए वार्ता की जाएगी। बोर्ड बैठक में भी गरीब हॉस्पिटल के बेहतर संचालन के लिए बात रखी जाएगी।

Posted By: Inextlive