हार्ट प्रॉब्लम के चलते भाकियू जिलाध्यक्ष अस्पताल में भर्ती

पानी की किल्लत पर किसानों ने किया हाइवे जाम

40 मिनट के जाम में फंसे हजारों वाहन, लगाया जाम

Meerut । केंद्र और राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान क्रांति यात्रा का हुजूम शनिवार को टोल प्लाजा से बाईपास होता हुआ देर शाम को मोहिनद्दीपुर पहुंच गया। रात्रि पड़ाव के बाद रविवार सुबह किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। इस दौरान शनिवार को किसान यात्रा के चलते पूरे बाईपास पर हरा सफेद रंग छाया रहा।

किसानों ने लगाया जाम

अलसुबह जैसे ही यात्रा की शुरुआत की गई तो किसानों को पानी की समस्या से जूझना पड़ गया। मौके पर प्रशासन द्वारा पानी का टैंकर मुहैया नहीं कराने पर मामले की शिकायत भाकियू अध्यक्ष तक पहुंची और नाराज किसानों ने हाइवे पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी और एडीएम सिटी ने किसानों से वार्ता की और 40 मिनट के अंतराल में दर्जनों पानी के टैंकर मुहैया कराए और माफी मांगते हुए जाम खोलने की अपील की। परतापुर में किसानों की भीड़ ने वन-वे व्यवस्था ध्वस्त कर दी इससे घंटों मार्ग अवरुद्ध रहा। काफिला निकलने के बाद ही वाहनों का आवागमन सुचारू रहा।

प्रदेशाध्यक्ष अस्पताल में भर्ती

यात्रा के दौरान भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत को एलआईसी ग्राउंड में भोजन के दौरान वायरल की शिकायत के चलते गाड़ी से मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल के लिए रवाना कर दिया गया। वहीं हार्ट अटैक से जूझ चूके भाकियू प्रदेशाध्यक्ष चंद्रपाल फौजी के सीने में दर्द के चलते लालकुर्ती स्थित मेट्रो हार्ट हास्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां डा। संजीव कुमार की देखरेख में भर्ती रहे।

जगह- जगह स्वागत

नारायणा फार्मस पर रालोद जिलाध्यक्ष राहुल देव और सुनील रोहटा ने किसान क्रांति यात्रा का स्वागत किया। पल्हैड़ा चौराहे पर व्यापारियों ने यात्रा का स्वागत किया और नरेश टिकैत को पगड़ी सौंपी। श्रद्धापुरी में अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल नरेश टिकैत से मिला और हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर समर्थन की मांग की। साथ ही उन्हें एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम भी सौंपा। उधर, दोपहर का खाना किसान यात्रा ने कंकरखेड़ा स्थित एलआईसी मैदान में खाया। करीब एक घंटे ठहरकर यात्रा परतापुर के लिए कूच कर गई।

वन-वे व्यवस्था ध्वस्त

जनपद के किसानों की संख्या लगातार यात्रा में बढ़ने के कारण परतापुर चौराहे पर हाई-वे की वन-वे व्यवस्था ध्वस्त हो गई। डिवाइडर खत्म होते ही किसान दोनों ओर फैल गए। इससे वाहनों का आवागमन पुलिस को रोकना पड़ा। करीब एक घंटे तक परतापुर चौराहे पर जाम की स्थिति रही। इसके बाद यात्रा मोहिउद्दीनपुर के लिए कूच कर गई। जहां करीब चार बजे यात्रा मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल पहुंची और पड़ाव डाल दिया।

Posted By: Inextlive