RANCHI: रांची पुलिस ने बुधवार को सामने आए कोख का सौदा मामले में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की जांच तेज कर दी है। इसके लिए लखनऊ की चाइल्ड केयर यूनिट(सीसीआई) की टीम रांची पहुंची है, जो रांची में चल रहे 17 ऐसे संस्थानों की जांच करेगी, जहां से पीडि़तों व बच्चों को रखा जाता है। टीम ने अपना काम करना शुरू कर दिया है।

अनिमा व कोनिसिलया को जेल, मेरिडियन हिरासत में

बच्चा बेचने के आरोप में कोतवाली एएचटीयू की टीम ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी की ओर से संचालित ईस्ट जेल रोड स्थित निर्मल हृदय आश्रम की सिस्टर अनिमा इंदवार और सिस्टर इंचार्ज कोनिसिलया को गुरुवार को जेल भेज दिया है। जबकि संचालक मेरिडियन का कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज किया गया। इसके बाद उन्हें हिरासत में रखा गया है।

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, शिकायत मिलने के बाद समाज कल्याण विभाग की टीम और सीडब्ल्यूसी की टीम निर्मल हृदय पहुंची थी। यहां जब अधिकारियों ने रजिस्टर चेक किया तो पाया कि करिश्मा टोप्पो संस्थान में ही है और उसका नवजात गायब है। जब उसकी छानबीन होने लगी तो आनन-फानन में सिस्टर ने कॉल करके यूपी के ओबरा निवासी सौरभ कुमर अग्रवाल एवं उसकी पत्‍‌नी प्रीति अग्रवाल से बच्चा मंगा लिया। उन्हें बताया गया था कि कोर्ट में कानूनी प्रक्रिया के चार दिनों बाद बच्चे को सौंप देंगे। फिर बच्चे को कोर्ट ले जाया गया। कोर्ट में दंपत्ति को कहा गया कि उन्हें चार दिनों के बाद बच्चा दिया गया। फिर, उसे सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश करना था। लेकिन, अनिमा उस बच्चे को लेकर कैंपस से फरार हो गई। काफी खोजबीन के बाद उस बच्चे को खोजा गया। फिर, दंपत्ति ने खुलासा किया कि उसने बच्चे को गोद लिया था। इसके लिए संस्था को एक लाख 20 हजार रुपए दिए गए थे।

पुलिस ने खड़े कर दिए थे हाथ

दंपत्ति ने बताया कि बच्चे को बरामद करने पहले रांची पुलिस के पास गए थे। लेकिन, पुलिस ने निर्मल हृदय पर हाथ डालने से मना कर दिया था। फिर पुलिस ने इसे सीडब्लयूसी का मामला बताते हुए दंपत्ति को वहां भेज दिया था।

चार पन्नों में सिस्टर अनिमा का स्टेटमेंट

अनिमा को जब सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया तो उसने चार पन्नों का स्टेटमेंट दिया। इसके आधार पर कार्रवाई की गई। प्रथम द्रृष्टया अनिमा के खिलाफ धारा 370 के तहत मामला दर्ज कराया। इसके बाद उसे अरेस्ट किया गया, फिर जेल भेजा गया।

अनिमा के पर्स में थे 1.49 हजार रुपए

जब अनिमा को महिला थाना के संरक्षण में रखा गया तो पुलिस ने उसके पर्स चेक किए। उसमें एक लाख 48 हजार सात सौ पचास रुपए मिले थे। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। अनिमा ने बाद में पुलिस को बताया कि पर्स में उसके घर के भी पैसे थे। लेकिन, उसे भी जब्त कर लिया गया। अनिमा ने पुलिस को बताया कि वह एक लाख 20 हजार रुपए में बच्ची का सौदा की थी। इसके बाद उसने दो सिस्टर को 90 हजार रुपए दिए थे। इनमें से सदर अस्पताल की एक महिला गार्ड को 20 हजार रुपए दिए गए थे।

निर्मल हृदय का रजिस्टर जब्त, कमिटी करेगी जांच

इस संबंध में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। इसके आधार पर दो सिस्टर को जेल भेजा गया है। इस मामले में एक कमिटी बनेगी और जांच करेगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

Posted By: Inextlive