पेशेंट के ट्रीटमेंट को लेकर हॉस्पिटल में बहस
--Patient का treatment करवाने पहुंचे थे JMM district president रमेश हांसदा
--Emergency में नहीं था कोई senior doctor JAMSHEDPUR : एमजीएम हॉस्पिटल में ट्यूजडे को उस वचत अजीबोगरीब सिचुएशन उचपचन हो गई जब जूनियर डॉचटर अभिनव और झामुमो के डिस्ट्रिचट प्रेसिडेंट रमेश हांसदा के बीच विवाद हो गया। बात हाथापायी तक भी पहुंच जाती, लेकिन मौके पर होमगार्ड जवानों व हॉस्पिटल स्टॉफ ने मामले को शांत कराया। शुरू हो गई चाी बहसचाटना कुछ इस तरह सामने आया। ट्यूजडे को एमजीएम हॉस्पिटल की इमरजेंसी में केवल एक इंटर्न (जूनियर डॉचटर) ड्यूटी पर था। वहां पेशेंट्स की भीड़ लगी हुई थी, लेकिन सीनियर डॉचटर गायब थे। इस बीच झामुमो के डिस्ट्रिचट प्रेसिडेंट रमेश हांसदा एक पेशेंट का ट्रीटमेंट कराने के लिए पहुंचे। वहां इंटर्न की बेरुचाी को देख वे भड़क गए। इंटर्न ने रमेश हांसदा को पहचानने से भी इंकार कर दिया। इसके बाद दोनों में बहस शुरू हो गई।
नहीं था कोई senior doctorरमेश हांसदा ने बताया कि गालुडीह निवासी ठाकुर दास टुडू पेट फुलने की वजह से ट्रीटमेंट करवाने हॉस्पिटल पहुंचा था। उसे ओपीडी भेज दिया गया। इसके बाद उसने रमेश हांसदा को फोन किया। रमेश हांसदा उसे ओपीडी के बदले इमरजेंसी ले गए। रमेश के मुताबिक वहां केवल एक जूनियर डॉचटर ही बैठा चा, सीनियर डॉचटर नदारद चो। नियमानुसार इमरजेंसी में ख्ब् चांटे एक सीनियर डॉचटर होना चाहिए। उस वचत डॉ केएन सिंह की ड्यूटी थी।
कोट जूनियर डॉचटर ने मेरे साथ बदतमीजी की और मुझे शराबी कहा। मैंने शराब नहीं पीने की बात कही तो जूनियर डॉचटर ने मुझे बाहर जाने को कहा। और विवाद बढ़ गया। रमेश हांसदा, डिस्ट्रिचट प्रेसिडेंट, झामुमो जिस वचत यह चाटना हुई उस वचत मैं आउटडोर में पेशेंट्स देख रहा था। इंटर्न डिस्ट्रिचट प्रेसिडेंट को पहचान नहीं सका, जिस कारचा यह चाटना हुई। डा केएन सिंह, सीनियर डॉचटर