पत्‍‌नी ने कि यूपी पीसीएस 2016 में टॉप तो पति का सेलेक्शन एसीओ पोस्ट पर.

पति आशुतोष के परिवार के ज्यादातर हैं ऑफिसर, बहनें बनी प्रेरणा

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PRAYAGRAJ: यूपी पीसीएस 2016 टॉप करने वाली कानपुर की जयजीत कौर होरा के साथ उनके पति ने एग्जाम क्लीयर किया है। फर्क सिर्फ इतना है कि जयजीत एसडीएम पोस्ट से अपने कॅरियर की शुरुआत करेंगी तो उनके पति अभिषेक मिश्रा एसीओ पोस्ट के साथ अपने कॅरियर की शुरुआत करेंगे। जयजीत ने सफलता की कहानी फ‌र्स्ट अटेम्प्ट में लिख दी है तो अभिषेक को दूसरे प्रयास में कामयाबी मिली है। दोनो इस सफलता से बेहद खुश हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बातचीत में यह रिफलेक्ट भी हुई।

साथ की थी पढ़ाई
जयदीप और अभिषेक दोनो कानपुर के रहने वाले हैं। कॉल अभिषेक ने रिसीव की। फैमिली बैकग्राउंड के बारे में उन्होंने बताया कि उनके पिता एसएस मिश्रा एडिशनल कमिश्नर पोस्ट से रिटायर हुए हैं। जयजीत के पिता सरबजीत सिंह का कानपुर में ही बिजनेस है। आशुतोष ने बताया कि बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग से करने के बाद उन्होंने फाइनेंस से एमबीए किया और फिर मुबई की आईटी कंपनी में जॉब की। परिवार में ज्यादातर सदस्य अधिकारी की पोस्ट पर हैं। बहन पूजा 2012 में डिप्टी कलेक्टर और विभा 2010 में असिस्टेंट कमिश्नर की पोस्ट पर चयनित हुई। इससे उन्हें भी तैयारी की प्रेरणा मिली। 2015 में शादी के बाद पति-पत्‌नी ने साथ तैयारी करने का फैसला लिया। जगदीप पहली बार पीसीएस 2016 में एपीयर हुई और वह खुद दूसरी बार। दोनो ने साथ मिलकर तैयारी की। बहनों से मिली प्रेरणा और गाइडेंस ने उन्हें मुकाम तक पहुंचा दिया।
इंटर कास्ट मैरिज पर थोड़े दिन ही रहती है नाराजगी
सफलता की कहानी लिखने वाले दम्पत्ति की पर्सनल लाइफ की स्टोरी भी इंट्रेस्टिंग है। आशुतोष ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को बताया कि उन्होंने जयजीत कौर होरा से मुलाकात के बाद वह उन्हें दिल दे बैठे। दूसरी तरफ से भी रिस्पांस पॉजिटिव था। दोनों ने तय किया कि साथ जीवन बिताएंगे। उन्होंने बताया कि 2015 में दोनों ने लव मैरिज कर ली। उनका कहना है कि शुरुआत में फैमिली मेम्बर्स ने एतराज किया लेकिन थोड़ी मान-मनौव्वल के बाद सब मान गये। अब पूरी फैमिली उन्हें सपोर्ट करती है। उनका कहना है कि फैमिली मेम्बर्स का गुस्सा थोड़े दिन का ही होता है। उनके केस में ऐसा ही हुआ था।

Posted By: Inextlive