-शुआट्स में एग्री। इंजीनियरिंग के छात्र ने किया है निर्माण

ALLAHABAD: पिछले कई साल से खेतों की जुताई के लिए कल्टीवेटर शॉवेल और रोटरी टिलर का अलग-अलग यूज किया जा रहा है। दोनो के लिए दो अलग-अलग मशीन सेट अप, अधिक समय की खपत और अधिक लागत की जरूरत पड़ती है।

इस दिशा में कार्य करते हुए शुआट्स नैनी के बीटेक एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग के छात्र राज कुमार पाल ने सहायक प्राध्यापक राहुल डेविस के मार्गदर्शन में बीटेक अंतिम वर्ष के प्रोजेक्ट में एक छोटे पैमाने व कम लागत की हाईब्रिड प्लोइंग मशीन का निर्माण किया। इसमें कल्टीवेटर शॉवेल और रोटरी टिलर को एक साथ सम्बद्ध कर लगाया गया है। इस मशीन द्वारा प्राथमिक और माध्यमिक जुताई कार्य के दौरान दोनों अटैचमेंट्स अलग-अलग और एक साथ यूज किया जा सकता है।

गरीब किसानों को होगा लाभ

हाइब्रिड प्लोइंग मशीन के निर्माण द्वारा शुष्क मिट्टी पर कम श्रम और कम समय में जुताई की जा सकती है। मशीन का डिजाइन ऑटोकैड और सॉलिडव‌र्क्स सॉफ्टवेयर्स का उपयोग करके किया गया। कम लागत की ये मशीन गरीब किसानों के लिए छोटे स्तर पर अत्यधिक लाभकारी साबित होगी। संचालन और रखरखाव के लिए इसकी सुलभता, खेती के दौरान इसकी न्यूनतम क्षति, परिचालन विश्वसनीयता का उच्च स्तर और उपयोगकर्ता की क्षमता के आधार पर बदलाव किया जा सकता है।

इस मशीन से छोटे स्तर पर कम लागत पर किसानों की उत्पादकता में काफी सुधार आने की अपेक्षा की जा रही है। वॉग इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन और प्रोफेसरों ने इसके लिए बधाई दी और पेटेंट कराने के लिए प्रोत्साहित किया।

-राज कुमार पाल, बीटेक एग्री। इंजीनियरिंग

Posted By: Inextlive