जब हिंदुस्तान में विदेशों में बसे इंडियंस को कंट्री से जुड़ाव महसूस कराने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जा रहा है तब फेमस अमेरिकन इंडियन पॉलिटीशियन बॉबी जिदल का कहना है कि वो अमेरिकन बनने का ड्रीम लेकर यूएस पहुंचे थे इंडियन अमेरिकन बनने नहीं.

लुइसियाना के गर्वनर बॉबी जिंदल जो फर्स्ट इंडियन एनआरआई है जो अमेरिका में किसी स्टेट के गर्वनर बने हैं, का कहना है कि वे टुकड़ों में बंटी आइडेटिटी में बिलीव नहीं रखते और पूरी तरह अमेरिकी बने रहना चाहते हैं. उनका कहना है कि कि फोर डिकेट पहले उनके पेरेंटस इंडिया से अमेरिका में अमेरिकन बनने के लिए आए थे, इंडियन अमेरिकन बनने नहीं.
बॉबी ने अपने इंडियन बैक ग्राउंड के बारे में बाताते हुए अमेरिका में रह रहे दूसरे इंडियंस से कहा कि वे अमेरिकन कल्चर में अपने को रंग लें. जिंदल ने एक रेडी लेक्चर में कहा है कि उनके पेरेंटस अमेरिकी बनने के ड्रीम को फॉलो करने यूएस आए थे और उन्होंने उसे पूरा किया. उनके लिए अमेरिका सिर्फ एक जगह नहीं थी बल्कि एक थॉट था. बॉबी ने बताया कि उनके पेरेंटस ने उनसे और उनके ब्रदर से कहा कि वे अमेरिका अमेरिकन बनने आए हैं, इंडियन अमेरिकन नहीं, सिर्फ अमेरिकन.

ये लेक्चर बॉबी जिंदल को नेक्स्ट वीक हेनरी जैक्सन सोसायटी को अड्रैस करते हुए देना है. इस बीच लेक्चर के कुछ पार्टस रिलीज कर दिए गए हैं. किसी अमेरिकी स्टेट के फर्स्ट इंडियन अमेरिकन गवर्नर की हैसियत से बॉबी मंडे को लंदन में हेनरी जैक्सन सोसाइटी के इवेंट में एनआरआईज की कांफ्रेंस को अड्रैस करेंगे.

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Posted By: Molly Seth