मैं हूं महारानी चंद्रकांता
क्या आपको लगता है कि ‘कहानी चं्रदकांता की’ दर्शकों में वही पागलपन पैदा कर सकेगी?आज के दर्शक पहले से ज्यादा डिमांडिंग हो गए हैं. उनकी जिंदगी में जो घटित होता है, उसको वह टीवी पर भी देखना चाहते हैं, लेकिन एक मनोरंजन के रूप में. एक 25 साल के दर्शक को आज के समय की राजनीति और दांव पेंच चंद्रकांता के युग में भी दिखाई देंगे. पिछले 15 सालों से आप कहां थीं?इन 15 सालों में मैंने कुछ सीरियल और कुछ फिल्मों में काम किया है. फिर मैंने कुछ साल अपने शौक पूरे किए. जैसे कि मैंने वेदों को पढ़ा ,आयुर्वेद और आध्यात्म की कुछ अच्छी किताबें पढक़र जिंदगी की फिलॉसफी को समझने की कोशिश की. सास-बहू टाइप सीरियलों के बारे में नहीं सोचा?
पिछले आठ-नौ महीनों में मुझे ऐसे सीरियलों में काम करने का मौका मिला, लेकिन चंद्रकांता का लीड रोल निभाते हुए मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी.किस तरह के किरदार में दिखना पसंद है?मुझे ऐसा किरदार करना पसंद है जो सीरियल का सेंट्रल प्वाइंट हो. जिनमें कुछ भावनात्मक रंग हो. चंद्रकांता के किरदार में सर से पांव तक भारी भरकम गहनों और महारानी की जिम्मेदारियों से लदे होने की आदत पड़ गयी है.
अगर आपको देश की महारानी बना दिया जाए तो सबसे पहले क्या खत्म करना चाहेंगी?देश में तो बहुत सी चीज बदलने लायक है, लेकिन सबसे पहले देश से बेइमानी और करप्शन को खत्म करना चाहूंगी. जो हमारे देश की इकोनॉमी को खोखला कर रहा है. करप्शन की सजा बहुत ही सख्त होनी चाहिए. आपके हमेशा यंग और खूबसूरत लगने का राज क्या है?(जोर से हंसकर) मैं युवा हूं या नहीं ये तो नहीं पता पर भगवान से प्रेयर करती हूं कि चंद्रकांता के तीसरे भाग में भी मैं चंद्रकांता का रोल करूं. मैं बहुत आध्यात्मिक हूं और भगवान के बनाए नियमों के अनुसार रहती हूं. मैं अपने खाने का पूरा ध्यान रखती हूं और नियमित व्यायाम करती हूं.