Lucknow:'ग्लोबल साउंड ऑफ पीसÓ के प्रमोशन के लिए म्यूजीशियन आदेश श्रीवास्तव नवाबों की सरजमीं लखनऊ पहुंचे. उनके साथ अर्पणा यादव भी मौजूद थी. लखनऊ में सालों बाद आए आदेश ने आईनेक्स्ट से खास बातचीत की.


'ग्लोबल साउंड ऑफ पीसÓ का कान्सेप्ट कहां से आयाइसके बारे में कैसे सोचा?

मुम्बई के होटल ताज में 26 नवम्बर को आतंकवादी घटना मुझे आज भी याद है। मेरे तीन दोस्त उस घटना में फंस गए थे। लंदन से मेरे दोस्त आए हुए थे। मेरा भी प्लान था कि उनके साथ वहां पर डिनर करूं, लेकिन काम में व्यस्त होने के कारण मैं वहां नहीं जा सका। उनकी कॉल आती रही। उधर मेरी पत्नी विजेता ने मुझे जाने से रोक दिया। पाकिस्तान में मेरे जानने वाले हैं। वहां पर तो आतंकवाद की यह सिचुएशन है कि जब उनके बच्चे स्कूल जाते हैं तो महिलाएं दुआ मांगती हैं कि वे सही सलामत घर आ जाए। बस इसी आतंकवाद के खिलाफ वल्र्ड में मुहिम छेडऩे के इरादे से यह कांसेप्ट मन में आया.

अमिताभ बच्चन से आपके संबंध बहुत अच्छे हैंइसकी शुरुआत कैसे हुई

एक इंसान को देखने के बाद ऐसा लगता है कि यह तो अपना है। बस ऐसा ही उन्हें देख कर लगा। आज भी हम लोगों के बीच बहुत अच्छी अंडर स्टैंडिंग है। ऐसा शख्स मिलना बहुत मुश्किल है.

कैंसर के समय बॉलीवुड की अनदेखी के बारे में क्या कहेंगे

उस दौर की याद ना दिलाइये। कैसे वहां से निकल कर यहां तक पहुंचा हूं। जब डॉक्टर ने मुझे कैंसर के बारे में बताया तो विश्वास ही नहीं हुआ। मैंने इस बारे में सबसे पहले अमिताभ जी को ही बताया। उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। फिर यह हुआ कि लंदन में रहकर इलाज कराना पड़ेगा। फैमिली से प्यार होने के कारण मुझे लगाा कि मेरे बच्चे डिस्टर्ब हो जाएंगे। तब जेपी दत्ता से बात हुई। उन्होंने मेरे डॉक्टर से बात की, तब यह डिसाइड हुआ कि इंडिया में रहकर ही इलाज कराना बेहतर है। इसके अलावा मैं किसी को ब्लेम नहीं करना चाहिए। रही बात तब मीडिया की तो वह तो सब का बाप है.

'हिटलैपडाट कामÓ वेबसाइट इस समय प्रापर फंक्शन में नहीं हैकोई खास वजह

एकान के साथ यह वेबसाइट शुरू की गई थी। इसमें यंग सिंगर्स को प्रमोट करने के इरादे से शुरू किया गया था, लेकिन पिछले दो साल से यह साइड अप एंड डाउन में हैं। मेरे पास कई नए प्रोजेक्ट है तो एकान भी नए प्रोजेक्ट में लगा हुआ है.

अपने प्रोजेक्ट में पाकिस्तानी गायक शाफकत अमानत अली को जोड़ाजबकि इंडिया में पाकिस्तान को लेकर लगातार विरोध चल रहा है

संगीत की कोई बाउंड्री नहीं होती और ना ही इसका मजहब होता है। जो लिरिक्स में कम्पोज कर दूंगा, उसे जापानी भी बजा देगा और चाइनीज भी। इसके पहले भी पाकिस्तानी कलाकार आते रहे हैं.

सरप्राइज पैकेज क्या है.

अर्पणा का गाना मैंने सुना। उसकी आवाज में खनक है। उसके बाद ही मैंने इसे भी ग्लोबल साउंड ऑफ पीस में शामिल किया है। यह प्रोग्राम दिल्ली, मुम्बई में होगा। उसके बाद दुबई में होना है.

रियलटी शोज में गाने वाले यंग ब्वायज और गल्र्स का कॅरियर आगे क्यों नही बढ़ पाता.

ये प्रोग्राम कामार्शियल होते हैं। इन प्रोग्राम में सामने वाले बच्चे बहुत जल्द ही खो जाते हैं। अपनी पहचान नहीं बना पाते हैं.

हनी सिंह के बारे में क्या कहेंगे

गले में सुर है इसलिए वह गा रहा है, लेकिन यह लोग लंबी रेस में नहीं शामिल होंगे.

अश्लील गानों की बाढ़ सी आ गई हैक्या यूथ को यही पसंद आ रहा है

एक बात बताइये यूथ ने किसके कान में जाकर कहा कि अश्लील गाने बनाइये। वह तो वही सुनेगा जो आप सुनाएंगे.

फिल्म इंडस्ट्री में म्यूजिक को लेकर क्या कहेंगे

वहां भी सबकुछ बहुत फास्ट हो गया है। रेडीमेड गाने तैयार रखे हैं। क्या चाहिए रोमाटिंक तुरंत लीजिए। मैं आज भी डायरेक्टर से उसकी स्क्रिप्टि सुनने और गाने की थीम सुनकर ही काम करता हूं.

मुझे फर्क है : अर्पणा

ग्लोबल साउंड ऑफ पीस से जुड़ कर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैं एक डेब्यू तो कर चुकी हूं। अर्पणा यादव ने बताया कि मुझे फर्क है इस कार्यक्रम में मुझे गाने का मौका मिला। इसके अलावा और भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं जिनकी रिकार्डिंग जारी है। सही वक्त आने पर उन्हें भी सामने लाया जाएगा.

Posted By: Inextlive